शिक्षा में आगे, पर वोट देने में पीछे छूट जाता है फरीदाबाद, हर साल घटने वोटिंग पर्सेंटेज के आंकड़े चौंका देंगे
हरियाणा लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। दिल्ली-एनसीआर से सटा फरीदाबाद प्रशिक्षित लोगों का इलाका है। फरीदाबाद शिक्षा में आगे हैं लेकिन जब वोट देने की बारी आती है तो यह पीछे हो जाता है। आंकड़े देखें तो लोकसभा चुनावों में फरीदाबाद का वोटिंग प्रतिशत घटता जा रहा है।
फरीदाबाद : यूं तो फरीदाबाद हरियाणा में शिक्षा के क्षेत्र में काफी आगे है, लेकिन जब बारी मतदान की आती है तो प्रदेश के कई जिलों से पिछड़ जाता है। आंकड़े बताते हैं कि लोकसभा चुनावों में फरीदाबाद का मतदान प्रतिशत घटता जा रहा है। 2014 में फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में 65.18 प्रतिशत वोट पड़ा था तो 2019 में यह घटकर 64.1 पर आ गया। मतदान प्रतिशत में 1.05 प्रतिशत की कमी आई, जबकि जिले में साक्षरता दर 81.70 प्रतिशत है। हरियाणा में गुड़गांव और फरीदाबाद दोनों जिलों में पढ़े लिखे लोगों की संख्या काफी ज्यादा है। दोनों जिले नंबर एक और दो पर आते हैं, लेकिन वोटिंग में फिसड्डी हैं। गुड़गांव में साक्षरता दर 84.7 प्रतिशत है। यहां 2014 के लोकसभा चुनाव में 71.58 प्रतिशत वोटिंग हुई थी तो 2019 में यह गिरकर 67.33% पर आ गई।
क्या है वजह?
अक्सर शहरों में पढ़े-लिखे लोग वोट डालने के लिए घर से नहीं निकलते और वह वोटिंग के दिन को छुट्टी के रूप में एंजॉय करते हैं। कई लोग तो शहर से बाहर निकल जाते हैं।
क्या हो रहे प्रयास?
इसलिए लोगों को वोट के प्रति सजग रखने के लिए जिला प्रशासन जागरूकता अभियान चला रहा है, ताकि वोट प्रतिशत को 70 तक पहुंचाया जा सके। इसके अलावा साल 2019 में लोकसभा क्षेत्र में 2042 मतदान केंद्र थे, लेकिन इस साल इस 2160 कर दी गई है, ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग वोटिंग निकलें। वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी लोकसभा क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए जागरूक अभियान चला रहे हैं ताकि लोग अपने मत का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में करें। इस बार प्रशासन ने 118 नए बूथ तैयार किए हैं ताकि लोग अपने घरों के पास ही मतदान कर सकें।