फरीदाबाद के ग्रीनफील्ड कॉलोनी में एक घरेलू सहायिका ने बुजुर्ग को बेहोश कर घर से 50 लाख रुपये के आभूषण और नगदी ले उड़ी। घर में बच्चों को संभालने के लिए दो साल से नगमा नामक युवती को घरेलू सहायिका के रूप में रखा हुआ है।
फरीदाबाद। ग्रीनफील्ड कॉलोनी में एक बुजुर्ग महिला को कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर बेहोश कर घर से करीब 50 लाख के आभूषण और 75 हजार रुपये ले गए। वारदात में घरेलू सहायिका और उसके दो साथी शामिल हैं। सहायिका को दो दिन पहले ही काम पर रखा था। वारदात देर रात की है। उस समय घर पर बुजुर्ग महिला, उसके पोते और एक अन्य घरेलू सहायिका थी।
सूचना मिलने पर डीसीपी एनआईटी कुलदीप सिंह, एसीपी मोनिका, सूरजकुंड थाना प्रभारी सहित क्राइम ब्रांच की टीमें पहुंची। मामले की जांच की जा रही है। घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों में आरोपितों की फोटो आ गई है। वह पुलिस को सौंप दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
तीन दिन पहले ही नेपाली युवती को रखा था काम पर
इसके अलावा घर में अन्य काम-काज के लिए तीन दिन पहले एक एजेंट के माध्यम से नेपाली युवती करिश्मा को रखा था। उससे उसकी पहचान से संबंधित सभी दस्तावेज ले लिए थे। लेकिन उसकी पुलिस वेरिफिकेशन नहीं करा पाए थे। शनिवार देर रात घर पर माता रितु थी। पत्नी दीपिका अपनी सहेली के पास गई हुई थी। नगमा बच्चों को सुलाने के लिए अलग कमरे में थी।
युवत ने अपने दो साथियों को घर पर बुला लिया
करिश्मा माता की मालिश कर रही थी। तभी करिश्मा ने माता को पीने के लिए कुछ दिया और कहा कि इससे शुगर में आराम मिलेगा। इसे पीते ही माता बेहोश हो गई। इसके बाद उसने अपने दो साथियों को घर में बुला लिया। उन्होंने माता के कमरे की अलमारी का लाक तोड़ दिया और अंदर से आभूषण व कैश बैग में रख लिया। तभी माता को कुछ होश आने लगा। माता को लगा कि कमरे में दीपिका है। लेकिन जब दो युवकों को देखा तो शक हुआ।
युवकों ने बुजुर्ग को जमीन पर गिरा दिया
जैसे ही युवक और करिश्मा बैग लेकर जाने लगे, तभी माता ने उन्हें पकड़ लिया। युवकों ने माता के साथ मारपीट की और उन्हें जमीन पर गिरा दिया। माता को जान से मार देने की धमकी दी गई। इसके बाद वह फरार हो गए। घर में दूसरे कमरे में बच्चों को सुला रही नगमा को इस घटना के बारे में पता ही नहीं चला।
पुलिस को दी गई जानकारी
माता ने घटना की सूचना उन्हें दी। इसकी सूचना मिलने पर कॉलोनीवासी आ गए। ग्रीनफील्ड आरडब्ब्ल्यूए के प्रधान विरेंद्र भड़ाना व अन्य ने परिवार के सदस्यों से बात की। साथ ही पुलिस अधिकारियों से मामले को जल्द ट्रैस करने का आग्रह किया। डीसीपी कुलदीप का कहना है कि आरोपितों के सुराग में क्राइम ब्रांच की टीमें लग गई हैं।