झगड़े में एक युवक के कंधे में घुसे चाकू को बाहर निकालने में दो घंटे से अधिक का समय लगा। दो निजी अस्पताल गए युवक को बड़े अस्पताल के रेफर कर दिया था। फिर एक बड़े निजी अस्पताल में गया तो वहां पुलिस आई तब जाकर उसका ऑपरेशन शुरू किया गया और चाकू बाहर निकाला। चाकू काफी लंबा था और करीब काफी गहराई तक कंधे में घुसा हुआ था।
फरीदाबाद। झगड़े में एक युवक के कंधे में घुसे चाकू को बाहर निकालने में दो घंटे से अधिक का समय लगा। दो निजी अस्पताल गए युवक को बड़े अस्पताल के रेफर कर दिया था। फिर एक बड़े निजी अस्पताल में गया तो वहां पुलिस आई, तब जाकर उसका ऑपरेशन शुरू किया गया और चाकू बाहर निकाला। चाकू काफी लंबा था और करीब काफी गहराई तक कंधे में घुसा हुआ था।
अनंगपुर गांव के रहने वाले सन्नी भड़ाना ने सूरजकुंड थाने में दी शिकायत में बताया कि वह और सुमित बाइक पर प्रहलादपुर रोड पर न्यू ब्लू मून ढाबे पर गए थे। जहां पर सुमित अपने डंपर का काम करवा रहा था। ढाबे पर कुछ युवकों का झगड़ा हो गया। वह एक-दूसरे को पत्थर मारने लगे।
हमलावरों ने भागते समय घोंपा चाकू
तभी उनमे से एक युवक ने चाकू निकाला और उस पर व उसके दोस्त सुमित को मारने आया। उन्होंने उस युवक से कहा कि वह इस झगड़े में शामिल नहीं है। इसके बावजूद हमलावर युवक ने भागते हुए पीछे से चाकू से उसके कंधे पर वार कर दिया। सन्नी ने बताया कि चाकू लगने के बाद भी वह नहीं रुका, वरना हमलावर और मारते।
काफी दूर तक भागने के बाद जब वह रुका तो देखा कि खून निकल रहा है। उसने हाथ लगाया तो कंधे में चाकू घुसा हुआ था। वह उसकी ठीक प्रकार से पकड़ में नहीं आ रहा था, इस वजह से वह नहीं निकल सका। सुमित ने अपने चचेरे भाई कमल को फोन करके मौके पर बुलाया।
दो अस्पतालों ने निकालने से किया मना
वह बाइक पर बैठकर पहले ग्रीनफील्ड और फिर चार्मवुड विलेज स्थित निजी अस्पताल गए। वहां कंधे में चाकू घुसा देखकर डॉक्टरों ने किसी बड़े अस्पताल जाने की सलाह दी। इसके बाद वह एशियन अस्पताल पहुंचे। यहां झगड़े का मामला देख पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस अस्पताल आई और उसके बयान लिए। इसके बाद उसका चाकू बाहर निकाला गया। उसने बताया कि वह यह नहीं जानता कि हमला करने वाला युवक कौन था। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।