फरीदाबाद: साइबर अपराध की 11 घटनाओं में 24 आरोपी गिरफ्तार, 6.32 लाख रुपये की रकम बरामद
पुलिस की कार्रवाई, साइबर अपराधों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 281 शिकायतों का समाधान
फरीदाबाद: पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह के दिशा-निर्देश और पुलिस उपायुक्त साइबर अपराध उषा के मार्गदर्शन में, फरीदाबाद के तीनों साइबर अपराध थानों की टीमों ने इस सप्ताह (07-13 दिसंबर 2024) में साइबर अपराध के 11 मामलों में 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों से कुल 6,32,200 रुपये की रकम बरामद की गई है। साथ ही, 281 शिकायतों का निस्तारण करते हुए 1,75,000 रुपये रिफंड किए गए और 84,691 रुपये को बैंक खातों में सीज करवा लिया गया।
गिरफ्तार आरोपियों की सूची
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में विभिन्न स्थानों से लोग शामिल हैं। इनके नाम इस प्रकार हैं:
- शेख समीर रफीक, पठान शाहरुख खान (गुजरात)
- सुभाष शंड मीना, गणेश नारायण मीना (जयपुर)
- सुनील कुमार उर्फ गौरव (उत्तर प्रदेश, पंजाब)
- अभय राजपूत उर्फ उदय (मैनपुरी)
- विकास झा (दिल्ली)
- वरुण शर्मा (पंजाब)
- दीक्षित राणा (हिमाचल प्रदेश)
- विकास कुमार (दिल्ली)
- विक्की कुमार उर्फ विकास (दिल्ली)
- अफसर अली, साहनवाज (गाजियाबाद)
- किशन सिंह (राजस्थान)
- अंकित शर्मा, मोनू योगी (जयपुर)
- अशोक जांगिड़, सुभाष चौधरी (राजस्थान)
- चमन दायमा, करण मीना (राजस्थान)
- सूरज कंवर (जयपुर)
साइबर अपराध के प्रकार
साइबर अपराधियों ने विभिन्न तरीकों से लोगों को ठगा, जिनमें प्रमुख तरीके निम्नलिखित थे:
- टेलीग्राम टास्क फ्रॉड
- इन्वेस्टमेंट फ्रॉड
- कस्टमर केयर अधिकारी बनकर ठगी
- लोन फ्रॉड
- अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग
- QR, UPI से फर्जी तरीके से पैसे डलवाने का लालच देना
- बैंक अधिकारी बनकर ओटीपी प्राप्त करना
शेयर मार्केट इंवेस्टमेंट फ्रॉड
साइबर अपराधी सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से लोगों को शेयर मार्केट में निवेश करने का लालच देते हैं। वे पहले छोटी राशि में निवेश करवाते हैं और उसमें थोड़ी बहुत कमाई दिखा कर विश्वास पैदा करते हैं। बाद में, बड़ी राशि निवेश करने के लिए दबाव डालते हैं और जैसे ही पैसे मिलते हैं, अपराधी अपना संपर्क बंद कर देते हैं। इससे लोग साइबर ठगी का शिकार हो जाते हैं।
साइबर फ्रॉड से बचाव के उपाय
साइबर अपराध से बचने के लिए कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए:
- अनजान नंबर से कॉल आने पर सतर्क रहें
अगर किसी अनजान नंबर से कॉल आए, तो पहले सरकारी नंबर से जांच करें और अपनी गोपनीय जानकारी, जैसे बैंक खाता नंबर, पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि, न दें। - जल्द पैसे कमाने के लालच में न आएं
यदि कोई आपको जल्दी पैसे कमाने का लालच दे, तो समझ जाएं कि वह साइबर ठग हो सकता है। - लॉटरी या गिफ्ट वेबसाइट से बचें
लॉटरी या गिफ्ट बांटने वाली वेबसाइट्स को खोलने से बचें। - प्रीपेमेंट, प्रोसेसिंग फीस वाले ऐप्स से बचें
जिन ऐप्स से प्रीपेमेंट या प्रोसेसिंग फीस अधिक मांगी जाए, उनसे दूर रहें। - अनवेरिफाइड ऑनलाइन बैंकिंग ऐप्स से बचें
अनवेरिफाइड ऑनलाइन बैंकिंग ऐप्स जो उधार देने का दावा करते हैं, उनसे बचें। ये ऐप्स आपकी गोपनीय जानकारी चुरा सकते हैं। - सेफ वेबसाइट पर ही जाएं
केवल उन वेबसाइट्स पर जाएं जिनके यूआरएल में ताला बना हो। - फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले पूरी जांच करें
सोशल मीडिया पर किसी की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले उसकी पूरी जांच कर लें।
निष्कर्ष
साइबर अपराधों से बचाव के लिए जागरूकता और सतर्कता अत्यंत महत्वपूर्ण है। पुलिस प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों से यह साफ है कि साइबर अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है, और जनता को भी इस दिशा में सतर्क रहने की आवश्यकता है।