रामपुर रज़ा लाइब्रेरी की दुर्लभ कलाकृतियों की प्रदर्शनी पुणे में
12वें पुणे अंतर्राष्ट्रीय साहित्य महोत्सव में प्रदर्शित हुई रज़ा लाइब्रेरी की कलाकृतियाँ
रामपुर: रामपुर रज़ा लाइब्रेरी ने 12वें पुणे अंतर्राष्ट्रीय साहित्य महोत्सव (पीआईएलएफ) में अपनी दुर्लभ कलाकृतियों की प्रदर्शनी आयोजित की। इस आयोजन में लाइब्रेरी के निदेशक डॉ. पुष्कर मिश्र के आह्वान पर 250 साल पुरानी प्रतिष्ठित इंडो-इस्लामिक लाइब्रेरी की प्रदर्शनी को पुणे में पहली बार प्रस्तुत किया गया।
दुर्लभ कलाकृतियाँ देख चकित हुए दर्शक
प्रदर्शनी का आयोजन पुणे, महाराष्ट्र में किया गया, जहां पर अनेक स्कूलों के छात्र, शिक्षाविद, शोधकर्ता और विद्वान उपस्थित हुए। प्रदर्शनी में प्रदर्शित दुर्लभ कलाकृतियाँ देखकर दर्शक हैरान रह गए। इसमें प्रमुख रूप से हजरत अली द्वारा लिखी गई कुरान, चित्रित वाल्मीकि रामायण, रागमाला एल्बम के दुर्लभ लघुचित्र और लाइब्रेरी में संग्रहित दुर्लभ पांडुलिपियों के चित्रों को प्रदर्शित किया गया था।
प्रदर्शनी ने दिखाई सांस्कृतिक धरोहर की विविधता
रज़ा लाइब्रेरी की यह प्रदर्शनी भारतीय सांस्कृतिक धरोहर की समृद्धि और विविधता को उजागर करने वाली थी, जिसने दर्शकों को भारतीय कला, साहित्य और धार्मिक आस्थाओं की गहरी समझ दी। प्रदर्शनी ने भारतीय विरासत के प्रति सम्मान और जागरूकता बढ़ाने का एक अहम कदम उठाया।