यूपी के संभल में ‘मृत्यु कूप’ की खुदाई शुरू, धार्मिक महत्व को पुनर्जीवित करने की पहल

संभल : उत्तर प्रदेश के संभल जिले में प्रशासन ने कोट पूर्वी में स्थित प्राचीन और पवित्र “मृत्यु कूप” की खुदाई और जीर्णोद्धार की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह कुआं अपनी धार्मिक अहमियत के लिए जाना जाता है और कई सालों से neglected (अवहेलना) था। अब प्रशासन का उद्देश्य इस कुएं के मलबे को साफ करना और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देते हुए स्थानीय आस्था को पुनः जीवित करना है।

धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व का केंद्र
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह कुआं न केवल ऐतिहासिक स्थल है, बल्कि एक पवित्र स्थल भी है। श्रद्धालुओं का मानना है कि इस कुएं में स्नान करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह कुआं क्षेत्र के आध्यात्मिक ताने-बाने का एक अहम हिस्सा है, जिसे स्थानीय लोग पौराणिक महत्व के कारण अत्यधिक सम्मानित करते हैं।

पार्षद का बयान, सांस्कृतिक और धार्मिक स्थल का विकास
स्थानीय पार्षद गगन वार्ष्णेय ने कहा, “गुरुवार को मृत्यु कूप की खुदाई की शुरुआत हुई। यह एक बहुत ही प्राचीन और पूजनीय स्थल है। नगर पालिका के सहयोग से इस खुदाई का कार्य किया जा रहा है। इसके जीर्णोद्धार से हमारी आस्था और भी मजबूत होगी। इस महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक स्थल के विकास को सुनिश्चित करने में जिला प्रशासन का बहुत सहयोग रहा है।”

धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
स्थानीय अधिकारियों का मानना है कि “मृत्यु कूप” की खुदाई और जीर्णोद्धार से संभल के धार्मिक पर्यटन में एक नया अध्याय जुड़ सकता है। इस कार्य से न केवल क्षेत्र के लोग बल्कि देश-विदेश से भी श्रद्धालु आकर्षित होंगे।

कुएं का स्थान और हालिया घटनाएं
यह कुआं शाही जामा मस्जिद के पास स्थित है, और पिछले महीने अदालत द्वारा आदेशित सर्वेक्षण के दौरान क्षेत्र में हिंसा हुई थी, जिसमें चार लोग मारे गए थे। इस नए कार्य से क्षेत्र में शांति और सद्भावना का माहौल बनाने की उम्मीद है।

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