EVM Controversy: लोकसभा चुनाव के बाद फिर छिड़ा ईवीएम विवाद, राहुल-अखिलेश ने उठाए सवाल
नई दिल्ली। साल 2024 के आम चुनावों के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का विवाद एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि भारत में ईवीएम एक ऐसा ‘ब्लैक बॉक्स’ है, जिसकी जांच किसी को नहीं करने दी जा रही है। उन्होंने कहा कि देश की चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताएं हैं। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने भी ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया और मांग की कि भविष्य में सभी चुनावों को मतपत्रों के जरिए कराया जाए।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उठाया सवाल
राहुल गांधी ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए एक्स पर लिखा, जब संस्थानों में जवाबदेही का अभाव होता है तो लोकतंत्र दिखावा बन जाता है और धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मुंबई की उत्तर-पश्चिम सीट से 48 मतों से चुनाव जीतने वाले शिवसेना उम्मीदवार के एक रिश्तेदार के पास एक ऐसा फोन था जो ईवीएम को अनलॉक कर सकता था। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क की एक पोस्ट को भी टैग किया, जिसमें उन्होंने ईवीएम को खत्म करने की बात कही थी।
मस्क ने कहा- हैक किए जाने का जोखिम
मस्क ने अपने हालिया पोस्ट में कहा था, हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को खत्म करना चाहिए। मनुष्यों या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) द्वारा इसे हैक किए जाने का जोखिम अभी भी बहुत ज्यादा है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने दिया जवाब
हालांकि, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मस्क की आलोचना का जवाब दिया और कहा कि अरबपति कारोबारी का विचार अमेरिका और अन्य स्थानों पर लागू हो सकता है, जहां इंटनेट से जुड़ी वोटिंग मशीनें बनाने के लिए गणना करने वाले प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं। लेकिन भारतीय ईवीएम किसी भी नेटवर्क या मीडिया से अलग तरीके से डिजाइन की गई है। ये मशीनें सुरक्षित हैं और उन्हें अलग-थलग रखा गया है। कोई कनेक्टिविटी, वाईफाई, ब्लूटूथ, इंटरनेट नहीं है। यानी अंदर जाने का कोई रास्ता नहीं है। फैक्टरी में प्रोग्राम किए गए कंट्रोलर को रीप्रोग्राम नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, ईवीएम का निर्माण सही तरीके से किया जा सकता है, जैसा कि भारत ने किया है।
भविष्य में मतपत्रों से हों सभी चुनाव: अखिलेश यादव
वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर कहा, तकनीकी समस्याओं को हल करने के लिए है। लेकिन अगर यही तकनीक समस्याओं की वजह बन जाती है तो इसका उपयोग बंद किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, आज दुनिया के कई चुनावों में ईवीएण से छेड़छाड़ की आशंका जताई जा रही है और दुनिया के नामी तकनीकी विशेषज्ञ खुलेआम ईवीएम के खतरों के बारे में लिख रहे हैं तो ईवीएम के इस्तेमाल पर जोर देने के पीछे की वजह क्या है? यादव ने भी मस्क की एक पोस्ट को टैग करते हुए अपनी मांग को दोहराया कि भविष्य में सभी चुनाव मतपत्रों से कराए जाएं। विपक्षी दल लंबे समय से ईवीएम को लेकर चिंता जता रहे हैं और उन्होंने वीवीपीएटी पर्चियों की सौ फीसदी गिनती की मांग कर रहे हैं।