नई दिल्ली। आगमी लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग (Election Commision) को तगड़ा झटका लगा है. दरअसल, चुनावों की तारीखों की घोषणा से कुछ दिन पहले ही चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने अचानक पद से इस्तीफा दे दिया. वहीं, राष्ट्रपति मुर्मू ने उनका इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया है.
बता दें गोयल ने 21 नवंबर, 2022 को भारत के चुनाव आयुक्त (EC) के रूप में कार्यभार संभाला था.चुनाव आयोग में मुख्य चुनाव आयुक्त के अलावा अरुण गोयल ही चुनाव आयुक्त के तौर पर काम देख रहे थे. आयोग में कुल 3 लोग होते हैं, जिसका मतलब यह है कि इस स्थिति के बाद सिर्फ मुख्य चुनाव आयुक्त ही आयोग में बचे हैं.
कांग्रेस (Congress) ने इस इस्तीफे पर सवाल उठाये हैं. कांग्रेस ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम को लेकर स्पष्टीकरण दिया जाना चाहिए कि आखिर अचानक ऐसा क्यों हुआ.
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग के कामकाज में पारदर्शिता सुनिश्चित की जानी चाहिए. चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने 2024 के लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की संभावित घोषणा से कुछ दिन पहले आज पद से इस्तीफा दे दिया. गोयल का कार्यकाल दिसंबर 2027 तक था. वेणुगोपाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की सेहत के लिए यह बेहद चिंताजनक बात है कि चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने लोकसभा चुनाव के ठीक पहले इस्तीफा दे दिया है. निर्वाचन आयोग जैसी संवैधानिक संस्था कैसे काम कर रही है? इसमें बिल्कुल भी पारदर्शिता नहीं है.’’ उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह निर्वाचन आयोग पर दबाव डालती है.