फरीदाबाद में बुजुर्ग से 1 करोड़ 17 लाख की ठगी, ट्रेडिंग में मोटा मुनाफा कमाने के लालच में डूबी पाई-पाई की कमाई

हरियाणा के फरीदाबाद जिले में एक बुजुर्ग से एक करोड़ 17 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

फरीदाबाद: ऑनलाइन ट्रेडिंग में मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर फिर एक शख्स को ठग लिया गया। इस बार साइबर ठगों ने निजी कंपनी से रिटायर हुए मैनेजर का खाता खाली किया। पीड़ित को ऑनलाइन पोर्टल पर उनके निवेश किए हुए पैसे 10 गुना बढ़ते दिखे। इस कारण वह और रुपये निवेश करते चले गए। पैसा निकालने की कोशिश की तो ठगों ने और रुपये मांगे। पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। जालसाज उनसे एक करोड़ 17 लाख रुपये से ज्यादा रकम ऐंठ चुके थे। पीड़ित ने मामले में साइबर थाना एनआईटी में केस दर्ज करवाया है।

ग्रीनफील्ड कॉलोनी निवासी मनोरंजन त्रिपाठी ने पुलिस को बताया कि वह एक निजी कंपनी से मैनेजर के पद से रिटायर्ड हैं। अभी फरीदाबाद में एक निजी कंपनी में कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे हैं। पीड़ित ने बताया कि फरवरी में वह एक वट्सऐप ग्रुप से जुड़े। इस ग्रुप पर निवेश करने के टिप्स दिए जाते थे। चैट में दिखाया जाता था कि पैसे इन्वेस्ट करवाकर लोगों को मोटा मुनाफा दिलाया जा रहा है। ऐसे में उन्होंने भी उस ग्रुप पर टिप्स लेना शुरू कर दिया। पीड़ित ने बताया कि जिस ग्रुप में वह जुड़े थे, वहां लोग बड़ी राशि निवेश करने के बारे में बता रहे थे। लोग उस ग्रुप में निवेश किए हुए पैसों का स्क्रीनशॉट भेज रहे थे। पीड़ित ने बताया कि तीन हफ्ते तक उन्होंने ग्रुप पर नजर रखी और टिप्स लेते रहे। इसके बाद उन्होंने खुद पैसे लगाने की सोची। उन्होंने अपनी 22 साल की नौकरी का पीएफ फंड और बाकी रुपये निकालकर निवेश कर दिए। एक ऐप डाउनलोड कराकर उस पर अकाउंट खुलवाकर निवेश करवाया गया।

38 लाख रुपये उधार लेकर ट्रांसफर किए
पीड़ित ने बताया कि वह पैसे निवेश करते चले गए, जिसके बाद अचानक एक दिन ग्रुप पर ट्रेडिंग बंद करने का मेसेज आया और सभी को अपने पैसे निकालने को कहा गया। अपने पैसे निकालने चाहे तो उन्हें पहले सर्विस चार्ज के नाम पर 38 लाख रुपये मांगे। अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से 38 लाख रुपये उधार लेकर उन्होंने ट्रांसफर कर दिए। सर्विस चार्ज के नाम पर 19 लाख रुपये की दोबारा डिमांड की गई। पीड़ित ने कहा कि टैक्स की राशि उनके निवेश किए हुए रुपयों में से काटी जाए, लेकिन उन्हें अलग से पैसे जमा कराने को कहा गया। पीड़ित ने ग्रुप के दिए हुए नंबर पर संपर्क किया तो सभी नंबर स्विच ऑफ आ रहे थे। ऐसे में पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उनके साथ साइबर ठगों ने एक करोड़ 17 लाख 21 हजार 396 रुपये की ठगी की गई है।

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