ऐलनाबाद: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने भाजपा सरकार पर प्रदेश की सड़कों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार शहरों और गांवों की सड़कों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है, जिससे जर्जर सड़कों पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। इन हादसों में कई लोगों की जान जा रही है, और कुछ लोग जीवनभर के लिए दिव्यांग हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य और संपर्क मार्गों की मरम्मत की जरूरत है, क्योंकि इन सड़कों की बदहाली अब किसी से छिपी नहीं रह गई है।
सड़कों की हालत को लेकर भाजपा सरकार की निष्क्रियता
कुमारी सैलजा ने कहा कि पिछले दस वर्षों में सड़कों की स्थिति सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने पीपीपी मोड में केंद्र सरकार द्वारा नेशनल हाइवे और टोल प्लाजा के विकास की बात की, लेकिन राज्य सरकार की ओर से प्रदेश की सड़कों की हालत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि लिंक रोड की स्थिति बदतर हो चुकी है और कई राज्य मार्ग और संपर्क मार्ग दशकों से मरम्मत के बिना छोड़ दिए गए हैं। एक समय था जब गांवों में सड़कों का जाल बिछा था, लेकिन अब गांवों में जाने वाली सड़कों की स्थिति बेहद खस्ता हो चुकी है।
अटेली-महेंद्रगढ़ और पलवल की जर्जर सड़कों की स्थिति
कुमारी सैलजा ने विशेष रूप से अटेली से महेंद्रगढ़ जाने वाली सड़क का उल्लेख किया, जो जर्जर हो चुकी है। इस सड़क पर जगह-जगह गहरे गड्ढे बन गए हैं, जिससे आवागमन प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह सड़क इतनी खराब हो गई है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। इसके अलावा पलवल शहर की जर्जर सड़कों की स्थिति भी गंभीर है, जहां बड़कली चौक से पिनगवां-पुन्हाना और होडल तक 40 किलोमीटर लंबी सड़क टूटकर गड्ढों में तब्दील हो चुकी है, जिससे हादसों का खतरा बढ़ गया है।
जिले दर जिले सड़कों की स्थिति बिगड़ती जा रही है
कुमारी सैलजा ने सिरसा, फतेहाबाद, जींद और कैथल जिलों की सड़कों का भी जिक्र किया, जहां अधिकतर सड़कें जर्जर हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि शहरों से गांवों तक जाने वाली सड़कें अब दुर्घटनाओं का कारण बन रही हैं। सैलजा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इस गंभीर समस्या पर चुप्पी साधे हुए है और सड़कों की मरम्मत के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।
सड़कों की स्थिति और सरकार की जिम्मेदारी
कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश में सड़कों का जाल और उनकी अच्छी स्थिति एक खुशहाल प्रदेश की निशानी होती है, लेकिन वर्तमान में सड़कों की बदहाली प्रदेश की दुर्दशा को बयान करती है। उन्होंने सरकार से मांग की कि जर्जर हो चुकी सड़कों की मरम्मत की जाए और प्रदेश में सड़कों के नेटवर्क को सही किया जाए, ताकि दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आए और लोगों को सुरक्षित यात्रा करने का अवसर मिले।