स्वभाव व संस्कार में स्वच्छता आवश्यक-डीएम
बदायूँ: जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने मंगलवार को कछला घाट पर स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होंने कहा कि अभियान में जन सहभागिता आवश्यक है सभी को अपने स्वभाव व संस्कारों में स्वच्छता लानी होगी। उन्होंने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन है। उसका सभी अमल करें। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान सभी को स्वच्छता की शपथ दिलवाई तथा कॉटन के थैले, टोपी व बैज वितरित किए।
जिलाधिकारी ने उपस्थित स्कूली छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि वह मोबाइल का प्रयोग अपनी आवश्यकता अनुसार ही करें तथा जब आवश्यक को तभी प्रयोग करें। मोबाइल पर समय बर्बाद नहीं करना है। उन्होंने कहा कि सभी स्वच्छता की बात करते हैं तो उदाहरण के तौर पर बाहर के देशों अर्थात विदेशों का नाम लेते हैं। उन्होंने कहा कि हम सबको अपनी सोच बदलने की जरूरत है। भारत एक विशाल व प्रजातांत्रिक देश है, हम सबको मिलकर इसको स्वच्छ व साफ बनाना है।
उन्होंने सभी से आवाहन किया कि वह अपने आसपास गंदगी ना रहने दे। अभियान की सफलता के लिए जनसहभागिता आवश्यक है। बच्चों व युवा पीढ़ी की अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका है वह श्रमदान करें। अपने माता-पिता आस-पड़ोस को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि कूड़े को इधर-उधर फेंकने की प्रवृत्ति को सबको बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पखवाड़े का समापन 02 अक्टूबर को होगा लेकिन यह अभियान निरंतर जारी रहेगा और प्रत्येक नागरिक, बच्चे व युवा पीढ़ी की भूमिका इसमें महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजी में कहावत है कि क्लीनलीनेस इस नेक्स्ट टू द गाडली नेस इसका तात्पर्य है कि सफाई भगवान को प्रिय है व भगवान के तुल्य है। उन्होंने कहा कि हर बच्चे व युवा सफाई अभियान का नेता बनना है, अपने साथ अपने साथियों को जोड़कर अपने आसपास के क्षेत्र को साफ सुथरा रखना है। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने बच्चों को कैंप, बैजेस वितरित किए तथा आमजन को कॉटन के कैरी बैग वितरित किए।
अपर जिलाधिकारी प्रशासन अरुण कुमार ने भी आमजन व स्कूली छात्र-छात्राओं से स्वच्छता अभियान में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी प्रशासन अरुण कुमार, नगर पंचायत कछला के अध्यक्ष जगदीश सिंह सहित अन्य अधिकारी, विभिन्न स्कूलों से आए छात्र-छात्राएं समाजसेवी, गणमान्य लोग मौजूद रहे।