सिरसा आंचल स्कूल का डीएफएससी ने किया निरीक्षण, प्रवासी श्रमिकों के बच्चों के लिए तीन जगह और खुलेंगे स्कूल
– ईंट भट्ठा एसोसिएशन के सहयोग से संचालित किया जा रहा है स्कूल
– डिजिटल रूप से अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवा रहा है संपर्क फाउंडेशन
– ईंट- भट्ठे पर तैयार हो रही देश के भावी भविष्य की नींव
ऐलनाबाद (सिरसा), 04 मार्च (एम पी भार्गव): ईंट भट्ठों पर काम करने वाले श्रमिकों के बच्चों को बुनियादी शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए सिरसा के बाद डिंग मंडी, डबवाली व ऐलनाबाद में भी आंचल स्कूल शुरू करवाए जाएंगे। सिरसा के रंगड़ी रोड पर इस अनूठी पहल के तहत बुनियादी शिक्षा के लिए सिरसा आंचल स्कूल शुरू किया गया है। स्कूल में ईंट भट्ठों पर कार्यरत श्रमिकों के 40 बच्चे पढाई कर रहे हैं। इस स्कूल का शुभारंभ उपायुक्त शांतनु शर्मा के मार्गदर्शन में तथा अतिरिक्त उपायुक्त लक्षीत सरीन के प्रयास व ईंट भट्ठा एसोसिएशन के सहयोग से 26 जनवरी को किया गया है।
जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक मुकेश कुमार ने बताया कि ईंट भट्ठों पर कार्यरत प्रवासी श्रमिकों के बच्चे परिवार के साथ यहां पर आते हैं, जोकि करीब छह माह यहां कार्य करते हैं। इस दौरान उनके बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं और शिक्षा से संबंधित किसी दूसरी का स्कीम का भी लाभ नहीं ले पाते हैं। इसलिए अतिरिक्त उपायुक्त लक्षीत सरीन ने ईंट भट्ठा के श्रमिकों के लिए अलग से बुनियादी शिक्षा का प्रबंध करने पर जोर दिया। उन्होंने ऐसे बच्चों की पहचान कर उन्हें शिक्षा से जोड़ने का कार्य खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को दिया ताकि कलस्टर की पहचान की जा सके। उन्होंने बताया कि समय-समय पर अधिकारियों द्वारा इस स्कूल का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया जाता है।
उन्होंने बताया कि आरंभिक स्तर पर पहले रंगड़ी रोड पर सुरखालिया ईंट भट्ठे पर सिरसा आंचल स्कूल खोला गया है, जहां संपर्क फाउंडेशन की ओर से ऑडियो वीडियो के माध्यम से बुनियादी शिक्षा का प्रबंध किया गया है। यहां स्कूल खोलने से पहले इसी तरह पूर्व में संचालित किए गए विभिन्न जिलों झज्जर, जींद व पटियाला के स्कूलों की जानकारी जुटाई गई थी।
ईंट भट्ठा एसोसिएशन की मदद से चल पाया है स्कूल
उन्होंने बताया कि स्कूल में बच्चों के लिए बड़ी एलईडी व मिड-डे-मील की तर्ज पर भोजन की व्यवस्था की गई है। इस कार्य में ईंट भट्ठा एसोसिएशन द्वारा संपूर्ण खर्च वहन किया जा रहा है। एसोसिएशन द्वारा बच्चों के अभिभावकों को बच्चों को स्कूल में भेजने के लिए प्रोत्साहित किया गया। उन्होंने बताया कि इसी शैक्षणिक सत्र से यहां पर एसटीसी सेंटर स्थापित किया जाएगा।