महाकुंभ भगदड़ की न्यायिक जांच की मांग, कांग्रेस का प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
मृतकों और घायलों की सूची जारी करने और मुआवजे की मांग
रामपुर: कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर जिले के कलेक्ट्रेट पहुंचकर महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी रामपुर को सौंपा। ज्ञापन में संगम प्रयागराज में हुई भगदड़ के कारण श्रद्धालुओं की मृत्यु और घायलों की संख्या जारी करने तथा उनके परिवारों को तत्काल 50-50 लाख रुपये की सहायता राशि देने की मांग की गई।
कांग्रेस ने राज्य सरकार पर उठाए गंभीर सवाल
कांग्रेस जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र देव गुप्ता ने कहा कि मोनी अमावस्या के अवसर पर संगम प्रयागराज में हुई भगदड़ में कई श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई है और कई घायल हो गए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने अब तक मृतकों और घायलों की सूची जारी नहीं की है, जिससे प्रभावित परिवारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि महाकुंभ में वीआईपी कल्चर के कारण श्रद्धालुओं की व्यवस्था प्रभावित हुई, जिससे यह दुर्घटना हुई।
कांग्रेस ने राज्यपाल से न्यायिक जांच की मांग की
धर्मेंद्र देव गुप्ता ने कहा कि जब सरकार को यह जानकारी थी कि महाकुंभ में करोड़ों लोग आस्था की डुबकी लगाएंगे, तो सरकार ने पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं किए? यह घटना यह साबित करती है कि सरकार महाकुंभ को लेकर लापरवाह थी। उन्होंने मांग की कि राज्यपाल इस मामले में न्यायिक जांच कराएं और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही, मृतकों और घायलों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए।
ज्ञापन में इन नेताओं के हस्ताक्षर
ज्ञापन पर शहर अध्यक्ष नोमान खां, जगमोहन मोना, महेन्द्र यदुवंशी, विक्की मियां, अकरम सुलतान, नाज़िश खां, रामगोपाल सैनी, महरबान अली, तसलीम खां, विक्की नफीस, उमर खां, शाहिद अली, फाज़िल तुर्की, मोहसिन मुस्तफा, ज़ुबैर हौंडा, आरिफ अली, हसीब खां, आरिफ अल्वी, मणि कपूर, दामोदर सिंह गंगवार आदि के हस्ताक्षर थे।