नई दिल्ली। दिल्ली में लगातार खराब वायु गुणवत्ता ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शुक्रवार शाम चार बजे राजधानी का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 331 दर्ज किया गया, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। बृहस्पतिवार को यह आंकड़ा 325 था।
शनिवार को साफ आसमान और हल्के कोहरे का अनुमान
वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार, शनिवार को दिल्ली में आसमान साफ रहने और सुबह हल्के से मध्यम कोहरा छाए रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया कि सुबह चार किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी, जो दोपहर में 6-8 किमी प्रति घंटे हो सकती है और रात में धीमी हो जाएगी।
मौसम की सबसे ठंडी रात: शुक्रवार रात इस मौसम की सबसे ठंडी रात रही। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली में रात का न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री नीचे गिरकर अब तक के सबसे कम स्तर पर पहुंच गया।
मुंबई में तापमान 16.5 डिग्री सेल्सियस, आठ साल में सबसे कम
मुंबई में बृहस्पतिवार रात से शुक्रवार सुबह तक न्यूनतम तापमान 16.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले आठ वर्षों में नवंबर में सबसे कम है। IMD मुंबई की वैज्ञानिक सुषमा नायर ने बताया कि इससे पहले नवंबर 2016 में न्यूनतम तापमान 16.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
शीत लहर का अलर्ट नहीं: नायर ने बताया कि 30 नवंबर से तीन दिसंबर तक महाराष्ट्र में शीत लहर को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है और आने वाले दिनों में तापमान में वृद्धि हो सकती है।
चक्रवात ‘फेंगल’ के पुडुचेरी के निकट पहुंचने की संभावना
चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ के शनिवार दोपहर तक पुडुचेरी के निकट पहुंचने की आशंका है। भारत मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि इस दौरान हवा की गति 90 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। स्थानीय प्रशासन ने सभी स्कूल-कॉलेज बंद रखने और लोगों को घरों में रहने की सलाह दी है।
चेन्नई और अन्य जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
IMD ने 30 नवंबर को चेन्नई, तिरुवल्लुर, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, और पुडुचेरी समेत कई जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। चक्रवात के चलते हवा की गति 70-90 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। यह पश्चिम-उत्तरपश्चिम दिशा में बढ़ते हुए पुडुचेरी के निकट कराईकल और महाबलीपुरम के बीच उत्तर तमिलनाडु-पुडुचेरी तटों को पार कर सकता है।
सावधानी बरतने की सलाह:
अधिकारियों ने संभावित प्रभावों को ध्यान में रखते हुए राहत और बचाव टीमों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। चक्रवात और बारिश की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।