दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को सीएजी रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान पिछली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आप सरकार के स्वास्थ्य मॉडल को ‘बीमार’ करार देते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में स्वास्थ्य के नाम पर सिर्फ भ्रष्टाचार हुआ है।
मोहल्ला क्लिनिक की खोली पोल
सीएम गुप्ता ने मोहल्ला क्लिनिक पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “यहां सब कुछ नकली था—दवाएं, मरीज, स्टाफ और टेस्ट। बस पेमेंट और जनता के पैसे की लूट असली थी।” उन्होंने वादा किया कि उनकी सरकार हर विभाग को कर्ज से निकालकर पारदर्शी बनाएगी।
‘आप’ की फिजूलखर्ची पर निशाना
सीएम ने आरोप लगाया कि 24 अस्पतालों के निर्माण कार्य शुरू हुए, लेकिन आज तक पूरे नहीं हो सके। कई प्रोजेक्ट की लागत दोगुनी हो गई, फिर भी काम अधूरा पड़ा है। उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि आखिरकार केजरीवाल ने अपनी नाकामी कबूल की।” विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष सच सुनने की हिम्मत नहीं रखता।
सीएजी रिपोर्ट में हुए बड़े खुलासे
सीएजी रिपोर्ट के अनुसार, कोविड के लिए केंद्र सरकार से मिले 787.91 करोड़ रुपये में से सिर्फ 582.84 करोड़ रुपये खर्च हुए।
दवाओं और पीपीई के लिए आवंटित 119.85 करोड़ में से 83.14 करोड़ रुपये व्यर्थ पड़े रहे।
लोक नायक और चाचा नेहरू अस्पतालों में नर्सों की 21% और पैरामेडिक्स की 38% की कमी है।
27 सरकारी अस्पतालों में से 14 में आईसीयू, 16 में ब्लड बैंक और 12 में एम्बुलेंस तक नहीं हैं।
सीएम गुप्ता ने कहा कि यह रिपोर्ट भाजपा के दावों को सही साबित करती है और यह दर्शाती है कि कैसे आप सरकार ने जनता के स्वास्थ्य को नजरअंदाज किया।