नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए हुए मतदान के बाद एग्जिट पोल्स ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जीत का अनुमान लगाया था, और अब शुरुआती रुझानों में भी यही संकेत मिल रहे हैं। सुबह 9 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार, बीजेपी 43 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) सिर्फ 25 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस मात्र एक सीट पर बढ़त बनाए हुए है। यदि यही रुझान जारी रहे, तो बीजेपी दो दशकों बाद दिल्ली में सत्ता में वापसी करेगी।
दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन? ये हो सकते हैं दावेदार
अगर बीजेपी दिल्ली में सरकार बनाती है, तो मुख्यमंत्री पद के लिए कई नाम चर्चा में हैं।
दुष्यंत गौतम: बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और दलित नेता दुष्यंत गौतम मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। वह करोल बाग सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनका मुकाबला आप के विधायक विशेष रवि से है।
परवेश वर्मा: पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे परवेश वर्मा भी शीर्ष दावेदारों में शामिल हैं। वे नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और उनका सीधा मुकाबला आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल से है।
रमेश बिधूड़ी: दिल्ली के मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे रमेश बिधूड़ी को भी एक संभावित उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा है।
हरीश खुराना: पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना के बेटे हरीश खुराना मोती नगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी अगर किसी राजनीतिक विरासत वाले नेता को मुख्यमंत्री बनाना चाहे, तो वे एक मजबूत विकल्प हो सकते हैं।
रेखा गुप्ता और शिखा राय: अगर बीजेपी दिल्ली में महिला मुख्यमंत्री की तलाश में है, तो रेखा गुप्ता और शिखा राय दो प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हो सकती हैं।
काउंटिंग शुरू, नेताओं ने किया मंदिरों में दर्शन
शनिवार सुबह 9 बजे से 70 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी है। कड़ी सुरक्षा के बीच 19 केंद्रों पर वोटों की गिनती हो रही है। इस बीच बीजेपी के उम्मीदवार परवेश वर्मा हनुमान मंदिर में आशीर्वाद लेने पहुंचे।
परवेश वर्मा ने कहा, “आज सरकार बनेगी… एग्जिट पोल भी यही बता रहे हैं। मैंने हनुमान जी से प्रार्थना की है कि दिल्ली को एक अच्छी सरकार मिले, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप काम कर सके।”
वहीं, आप की उम्मीदवार और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने इस चुनाव को “अच्छाई और बुराई, काम और गुंडागर्दी के बीच की लड़ाई” करार दिया। उन्होंने भरोसा जताया कि दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल के शासन मॉडल को समर्थन देगी।
बीजेपी की सरकार बनने के संकेत, क्या होगा आगे?
अगर शुरुआती रुझान अंतिम नतीजों में बदलते हैं, तो बीजेपी 20 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी करेगी। अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि बीजेपी किसे मुख्यमंत्री बनाती है और दिल्ली के विकास के लिए क्या योजनाएं लागू की जाएंगी।