ग़ुस्ताखी माफ़ हरियाणा – पवन कुमार बंसल
दीपक हूड़ा तसले में नहाते थे ,वो टैक्स चोरी करता है और उसकी लड़को में रुचि है – स्वीटी बुरा. अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी स्वीटी बुरा और दीपक हूड़ा प्रकरण – हमारे जागरूक पाठक महावीर खिल्लेरी की फ़ेसबुक वाल से i स्वीटी बूरा ने अपने पति दीपक हुड्डा के साथ हो रखे विवाद वाले प्रकरण में….प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि जब मैंने 10 साल पहले (2015 में) दीपक हुड्डा का हाथ पकड़ा तब ये तसले में नहाते थे और इनके घर में शौचालय (हंगने का स्थान) नहीं था. महावीर सिंह खिलेड़ीं के स्वीटी से सवाल
★ जब तुम्हारी शादी 3 साल पहले हुई है तो तूने दीपक हुड्डा का हाथ 10 साल पहले ही क्यों पकड़ लिया था
★ शादी से 7 साल पहले से ही तुम रिलेशन या प्रेम में थे तो उस प्रेम के बीच में तसला कहाँ से आ गया प्रेम तसला देखकर होता है क्या
★ फिर भी अगर थारी नजर में तसला ही एक पैमाना था तो 7 साल के दौरान ही तसले की वजह से रिलेशनशिप में ब्रेक क्यों नहीं लगाया
★ मेरी समझ से परे है कि खुद को एक दूसरे का प्रेमी बताने वाला कपल रिलेशनशिप में तो 7 साल गुजार देता है लेकिन शादी के बाद 3 साल भी नहीं गुजार पाया
★ क्या वो तुम्हारा प्रेम इश्क मोहब्बत सब दिखावटी नकली और फिल्मी था
जहां तक मुझे जानकारी है दीपक हुड्डा चाहे तसले में नहाता हो, होदी में नहाता हो या जोहड़/तलाई में नहाता हो लेकिन शादी से पहले उसने अपनी होने वाली पत्नी को सुख सुविधा देने के लिये Suncity Height में फ्लैट लेकर रहना शुरू कर दिया था।
इतना तो पक्का है कि कम से कम उसने अपनी पत्नी को तो कभी तसले में नहीं नहाने दिया होगा
आज के दिन भी भारत में करोड़ों परिवार ऐसे होंगे जिनके सर पर कच्ची छत, झोंपड़ी में रहना, कच्चे फर्श को मिट्टी से लीपकर रखना, और तसले में नहाने के कल्चर के सहारे ही गुजर बसर हो रही है… तो क्या उन परिवारों में पति पत्नी के बीच प्रेम नहीं है
प्रैस कांफ्रेस कर के ये तसले जैसी वाहियात व ओछी टिप्पणी करने से स्पष्ट समझ आ रहा है कि दाम्पत्य जीवन में हुए मतभेदों में तुम दोनों के बीच किसकी क्या भूमिका रही होगी मुझे तो लग रहा है कि जब औरत प्रैस कॉन्फ्रेंस में तसले का टोंट मार सकती है तो घर में क्या क्या टोंट मारती होगी
दो लोगों (दोस्तों रिश्तेदारों जीवनसाथी) के बीच एक समय ऐसा दौर आ जाए कि मतभेद ज्यादा हो जाएं तो इसका मतलब ये नहीं हो जाता कि हंसी खुशी प्रेम में और एक दूसरे की सहमति से बिताए पिछले दौर पर अंगुली उठाएं या कुछ निजी बातों को उजागर किया जाने लगे!
अगर कोई ऐसा करता है तो ये नीचता की पराकाष्ठा है!
स्वीटी के अनुसार दीपक टैक्स चोरी करता था या कुछ ऐसे निजी या घनिष्ठ फैसले जिनको वो आज प्रैस कॉन्फ्रेंस में बोलकर उजागर कर रही है तो मैं उसे कहता हूं कि ऐसी बातों का खुलासा करके उसने कोई तीर नहीं मार लिया है! क्योंकि पति पत्नी अनेकों ऐसे फैसले अपने जीवन में एक दूसरे से सलाह करके आपस की सहमति से लेते हैं, लेकिन ऐसी बातें करके तुम खुद की विश्वसनीयता ही खो रही हो!
कुल मिलाकर देखने में ये आ रहा है कि आज के जमाने में प्रेम भी स्वार्थी हो गया है। फायदा देखकर प्रेम होता है और फायदा देखकर ही फिर प्रेम घट जाता है। एक समय किसी व्यक्ति से नजदीकी बनाई जाती हैं और जब उसका बुरा दौर हो तो उसे छोड़ दिया जाता है।
अपने स्वार्थ में ये लोग एक बार कांग्रेस का गुणगान करते हैं तो शाम होते होते भाजपा को अच्छा बताया जाने लगता है। दरअसल आदमी को इतना स्वार्थी नहीं होना चाहिए, ऐसा करने से स्वार्थ दिल दिमाग सब जगह हावी हो जाता है और एक दिन आता है जब वे इसे रिश्तों पर भी अप्लाई कर देते हैं।
इस प्रकरण में भी ऐसा ही हुआ है। यहां स्वार्थ बड़ा था जबकि प्रेम और रिश्ता छोटा हो गया है। प्रैस कॉन्फ्रेंस करना खुद को पाकसाफ दिखाने की एक कवायद हो सकती है लेकिन उस प्रैस कॉन्फ्रेंस ने खुद की मानसिकता को भी एक्सपोज किया है।
स्वीटी ने कहा कि उसके पास एक एक दिन का हिसाब लिखा हुआ है जो उसने दीपक के साथ लेन देन किया तो सवाल उठता है कि फिर ये थारे बीच कैसे पति पत्नी दोस्त या रिलेशनशिप पार्टनर का रिश्ता था जो तुम्हें एक एक पैसे का हिसाब लिखना पड़ा
स्वीटी कह रही है कि दीपक ने दहेज में मर्सिडीज मांगी थी तो मैं स्वीटी से पूछ रहा हूँ कि 7 साल की रिलेशनशिप थारी इतनी भी मजबूत नहीं थी क्या कि शादी की बात चली तो दीपक मर्सिडिज मांग बैठा
और अगर इतनी लंबी रिलेशनशिप के बावजूद दीपक ने मर्सिडिज मांगी थी तो फिर तन्नै शादी क्यों करी
थारा रिश्ता करवाने वाला कोई तीसरा बंदा थोड़ी बीच में था
तुम्हारी तो खुद की Talk थी और बॉन्डिंग भी थी तो तन्नै दीपक से मर्सिडिज के बारे में बात क्यों नहीं करी कि इतनी लंबी रिलेशनशिप के बाद हम शादी कर रहे हैं तो हमारे रिश्ते में एकदम से मर्सिडिज कहाँ से आ गई
स्वीटी बूरा कह रही है कि मैं डिप्रेशन में हूँ, वो डिप्रेशन में है या नहीं मुझे नहीं पता (ना प्रैस कांफ्रेस में ऐसा दिखा) लेकिन मेरी दीपक हुड्डा की स्थिति देखी व समझी हुई है वो जरूर हकीकत में डिस्टर्ब है।
ऐसे में मैं बॉक्सर स्वीटी बूरा को ये कहना चाहता हूं कि पहली बात तो पति पत्नी के रूप में थारा रिश्ता अगर आगे बढ़ने की कोई गुंजाइश हो तो उन मतभेदों को दूर करने की कोशिश करो और अगर ऐसा पॉसिबल नहीं है तो 5 लोगों को बीच में लेकर पंचायती स्तर पर अपना सम्बंध विच्छेद कर लो, ये पब्लिकली ड्रामा जो तुम कर रहे हो ये ना तुम्हारे लिये फायदेमंद है और ना ही सोयायटी के लिये
तुम दोनों सोयायटी के अच्छे नामचीन चेहरे और बढ़िया खिलाड़ी रहे हो, दुनिया तुमको जानती है, तुम जब ऐसा करते हो तो ग़लत सन्देश जाता है, तुम लोगों से ऐसी उम्मीद नहीं की जाती।
मेरा दीपक और स्वीटी दोनों से निवेदन है कि निभा सको तो ठीक है अन्यथा मसले को खत्म करने की तरफ बढ़ो।