Death Anniversary: भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति थे डॉक्टर ज़ाकिर हुसैन, कार्यकाल के दौरान ही हो गया था निधन
शिक्षा और राजनीति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न" से किया गया सम्मानित
नई दिल्ली। भारत के तीसरे राष्ट्रपति डॉक्टर ज़ाकिर हुसैन की आज पुण्यतिथि है। डॉक्टर ज़ाकिर हुसैन का कार्यकाल 13 मई 1967 से 3 मई 1968 तक रहा। डॉ जाकिर हुसैन एक व्यावहारिक और आशावादी व्यक्तित्व के इंसान थे।
जीवन परिचय
डॉ. ज़ाकिर हुसैन का जन्म 08 फरवरी 1897 को हैदराबाद, तेलंगाना के धनाढ्य पठान परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम फ़िदा हुसैन खान और माता का नाम नाजनीन बेगम था। जाकिर हुसैन अपने माता पिता के सात पुत्र में से दूसरे नंबर पर थे।
डॉ. ज़ाकिर हुसैन की शिक्षा
हुसैन की प्रारंभिक प्राथमिक शिक्षा हैदराबाद में पूरी की। उन्होंने इस्लामिया हाई स्कूल, इटावा से हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की और फिर क्रिश्चियन डिग्री कॉलेज, लखनऊ विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक किया। ग्रेजुएशन के बाद, वह मुहम्मद एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज में चले गए। उन्होंने 1926 में बर्लिन विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।
व्यक्तिगत जीवन
डॉ. ज़ाकिर हुसैन की शादी 1915 में शाहजहां बेगम से हुई थी। उनकी दो बेटियां- सईदा खान और साफिया रहमान थीं।
डॉ. ज़ाकिर हुसैन का करियर
डॉ. ज़ाकिर हुसैन ने अलीगढ़ में साल 1920 में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की नींव रखी। वर्ष 1948 में जाकिर हुसैन अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति बने और 4 वर्ष के बाद उन्होंने राज्यसभा में प्रवेश किया। वर्ष 1957 में डॉ. जाकिर हुसैन को बिहार राज्य के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया। डॉ. जाकिर हुसैन वर्ष 1962 से 1967 तक भारत के उप-राष्ट्रपति भी रहे है। डॉ० जाकिर हुसैन 13 मई, 1967 को देश के तीसरे राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए। वे भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति थे। देश के युवाओं से सरकारी संस्थानों का बहिष्कार की गांधी की अपील का हुसैन ने पालन किया।
निधन
डॉ. ज़ाकिर हुसैन का निधन 3 मई 1969 को आयु 72 वर्ष की आयु में नई दिल्ली हुआ था।
उपलब्धियां
डॉ० जाकिर हुसैन को वर्ष 1963 में शिक्षा और राजनीति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए वर्ष देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न” से सम्मानित किया गया।