लाल डोरा/आबादी प्रॉपर्टी दस्तावेजों का डाटा कलेक्शन और सेल्फ सर्टिफाइड कार्य तेज़– एडिशनल कमिश्नर स्वप्लिन रविंद्र पाटिल
फरीदाबाद, 11 जनवरी। नगर निगम फरीदाबाद ने लाल डोरा और आबादी वाली प्रॉपर्टियों के मालिकाना सर्टिफिकेट के लिए डाटा कलेक्शन और सेल्फ सर्टिफाइड कार्य को तेज़ कर दिया है। एडिशनल कमिश्नर स्वप्लिन रविंद्र पाटिल ने बताया कि नगर निगम आयुक्त ए. मोना श्रीनिवास के निर्देशानुसार निगम की टीमें डोर-टू-डोर जाकर यह प्रक्रिया पूरी कर रही हैं।
टीमों की तैनाती और जागरूकता अभियान
डोर-टू-डोर कैंप के जरिए गांव पलवली, फजूपुर, बल्लभगढ़ ज़ोन, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सेक्टर 29 और एनआईटी ज़ोन 1 में स्थित गांव मुजेसर में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। मकान मालिकों को 10 वर्षों से प्रॉपर्टी में निवास का प्रमाण प्रस्तुत कर सेल्फ सर्टिफिकेशन करवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
दस्तावेज़ों की प्रक्रिया
प्रॉपर्टी के मालिकाना सर्टिफिकेट के लिए 10 साल का बिजली या पानी का बिल या अन्य वैध दस्तावेज़ जो राजस्व अधिकारी द्वारा सत्यापित हो, आवश्यक हैं। लाल डोरा में बसे लोगों को स्वामित्व योजना के तहत उनका अधिकार दिलाने के लिए यह प्रक्रिया 31 मार्च तक पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है।
10 अतिरिक्त टीमें गठित
एडिशनल कमिश्नर पाटिल ने बताया कि कार्य को शीघ्र पूरा करने के लिए 10 अतिरिक्त टीमें बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि लाल डोरा की भूमि पर बसे मकान मालिकों की रजिस्ट्री केवल ₹1 में करवाई जाएगी और उन्हें निगम की ओर से मालिकाना सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।
स्वामित्व योजना का लाभ
प्रदेश सरकार की स्वामित्व योजना के तहत, नगर निगम क्षेत्र में बसे लोगों को जल्द से जल्द उनके मकानों का मालिकाना सर्टिफिकेट उपलब्ध कराया जाएगा। यह कदम इन प्रॉपर्टियों के वैधानिक अधिकार और सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
यह योजना न केवल लोगों को स्वामित्व का अधिकार देगी, बल्कि शहर की योजनागत विकास प्रक्रिया को भी मजबूत करेगी।