साईबर अपराधियों द्वारा एंड्राइड बेस्ड मोबाईल फोन्स में बिंगोमोड नामक वायरस के माध्यम से की जा रही ठगी
बचाव के लिए किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें तथा बिना पुष्टि किए किसी के साथ भी अपनी निजी जानकारी सांझा ना करें
साईबर अपराधी आमजन से ठगी करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। साईबर अपराधी अब बिंगोमोड नामक वायरस/मैलवेयर का इस्तेमाल करके साईबर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे है। सिद्धांत जैन IPS, पुलिस उपायुक्त साइबर अपराध गुरुग्राम ने बताया कि इसके लिए साईबर अपराधी एस.एम.एस. के जरिए लिंक भेजकर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं। इस लिंक पर क्लिक करते ही बिंगोमोड नामक वायरस/मैलवेयर यूजर्स की डिवाईस में इंस्टाल हो जाता है। यह वायरस यूजर्स की बैंक खाते की जानकारी तक पहुंच बनाकर बैंक खाते की जानकारी चुरा लेता है।
▪️यूजर्स की डिवाईस में इंस्टाल होने के बाद ये वायरस यूजर्स के बैंक खाते का विवरण चुराकर बैंक खाते से रुपए निकालकर बैंक खाते को खाली कर देता है। इस वायरस की खासियत ये है कि ये वायरस सेल्फ डिस्ट्रक्टिव है। यूजर्स के बैंक खाता पर अटैक करने के बाद यहां वायरस यूजर्स की डिवाइस से स्वतः ही डिलीट/रिमूव हो जाता है।
▪️ अतः साईबर ठगों द्वारा की जानी वाली ठगी से बचने के लिए किसी भी अंजान स्त्रोत से प्राप्त लिंक पर क्लिक ना करे। तथा समय समय पर अपने फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट करते रहे। इसके इलावा समय-समय पर अपने एटीएम/क्रेडिट कार्ड के पासवर्ड को बदले। किसी से भी अपने बैंक संबधित/निजी जानकारी साँझा ना करें अन्यथा आप साईबर ठगी के शिकार हो सकते हैं।
▪️गुरुग्राम पुलिस आपको सतर्क करते हुए अपील करती है कि हमें अच्छे से समझना चाहिए कि साईबर अपराध क्या है और इससे बचने के लिए साईबर सुरक्षा की जानकारी रखना हमारे लिए कितनी आवश्यक है। साईबर सुरक्षा की जानकारी होना ही आपको साईबर ठगों से बचा सकती है। साईबर अपराधों व साईबर सुरक्षा के बारे में जानकारी रखें व जागरूक रहे, ताकि कोई साईबर ठग आपके साथ किसी प्रकार से कोई ठगी/फ्रॉड ना कर सके। साईबर अपराध होने पर तुरंत अपनी शिकायत साईबर हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर दर्ज कराए। गुरुग्राम पुलिस सदैव [24X7] आपकी सेवा व सुरक्षा में तत्पर है।