CRPF Shaurya Diwas 2024 : सीआरपीएफ का 59वां शौर्य दिवस आज, 9 अप्रैल को भारतीय सेना ने पाकिस्तानियों को हराकर रचा था इतिहास
CRPF की छोटी सी टुकड़ी ने आज के ही दिन सरदार पोस्ट पर PAK के 3500 जवानों को चटाई धूल
नई दिल्ली। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) आज अपना 59वां शौर्य दिवस मना रहा है। CRPF के इतिहास में 9 अप्रैल 1965 का दिन अदम्य साहस के लिए याद किया जाता है। भारतीयो के लिए यह दिन गर्व करने का है। आज के दिन ही सीआरपीएफ की छोटी टुकड़ी ने पाक के नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया था। सीआरपीएफ के जवानों ने पाकिस्तानी फौज के 3500 जवानों को खदेड़ दिया था।
इतिहास
9 अप्रैल 1965 को 2 बटालियन केरिपुबल की एक छोटी सी टुकड़ी ने गुजरात के रन ऑफ कच्छ में सरदार पोस्ट पर पाकिस्तानी ब्रिगेड द्वारा हमले को विफलकऱ दिया। इस हमले में 34 पाकिस्तानी सैनिकों को मौत के घाट उतरा गया और 4 को जिंदा गिरफ्तार किया गया। सैन्य लड़ाई के इतिहास में कभी भी एक छोटी सी सैन्य टुकड़ी इस तरह से एक पूर्ण पैदल सेना ब्रिगेड से नहीं लड़ी। इस संघर्ष में 6 बहादुर केरिपुबल के रण बांकुरो ने अपनी शहादत दीं। बल के बहादुर जवानों की गाथा को श्रद्धांजलि के रूप में हरवर्ष 9 अप्रैल को शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता है।
14 जवान मारे गए और 4 व्यक्ति जीवित पकड़े
हमलावर कॉलम के 20 जवान पोस्ट के बिल्कुल नजदीक आ गए तभी पोस्ट की तीनों मशीन गन जीवित हो उठी और उनके जानलेवा फायर ने शत्रुओं को चित कर दिया। इस हमले में 14 जवान मारे गए और 4 व्यक्ति जीवित पकड़े गए। दुश्मन फौज को एक सफलता यह मिली की पूर्वोत्तर छोर के पोस्ट की मशीन गन जाम हो गई, लेकिन केरिपुबल के जवानों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए काउंटर अटैक जारी रखा और दुश्मन को पीछे धकेल दिया।
19 सीआरपीएफ जवानों को बंदी बनाया
दुश्मन फौज ने पोस्ट कमांडर मेजर सरदार करनैल सिंह और 19 सीआरपीएफ जवानों को बंदी लिया था। एक घंटे तक दोनों ओर से गोली-बारी जारी रही, जिसके दौरान दुश्मन ने पोस्ट पर कब्जा करने के लिए तीन बार प्रयास किए, लेकिन उनका प्रयास सफल नही रहा। सरदार पोस्ट के पूर्वी छोर पर हवलदार भावना राम ने उसके पास की एमएमजी के शांत होने पर उसकी पोस्ट के सभी ग्रेनेड एकत्रित किए और पास आने का प्रयास कर रही दुश्मन फौज पर एक के बाद एक फेंकना जारी रखा। उनका यह बहादुरी भरा कारनामा घुसपैठियों के मनोबल को हतोत्साहित करने और उन्हें पोस्ट से दूर रखने के लिए काफी देर तक जारी रहा।