नई दिल्ली। जैसे-जैसे लोकसभा चुनावों की तारीखें सामने आ रही हैं. वहीं आज (5 अप्रैल) को कांग्रेस ने अपना मैनिफेस्टो जारी कर दिया है. इस मौके पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी मौजूद रहे. इस घोषणा पत्र में कांग्रेस ने पांच न्याय और 25 गारंटी को शामिल किया है. कांग्रेस ने इस घोषणा पत्र को ‘न्याय पत्र’ का नाम दिया है.
5 न्यायिक गारंटी की जिक्र
शुक्रवार (5 अप्रैल) को कांग्रेस द्वारा जारी किए गए ‘न्याय पत्र’ में मुख्य तौर पर पांच न्यायिक गारंटी की बात की गई है जिसमें शामिल हैं – ‘हिस्सेदारी न्याय’, ‘किसान न्याय’, ‘नारी न्याय’, ‘श्रमिक न्याय’ और ‘युवा न्याय’
जानें कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में क्या-क्या वादें किए गए हैं?
युवा न्याय के तहत हर शिक्षित युवा को नौकरी दी जाएगी.
कांग्रेस ने इंटरनेट सेवाओं के मनमाने और अंधाधुंध निलंबन को समाप्त करने का वादा किया है.
नारी न्याय के तहत गरीब परिवार की हर एक महिला को सालाना 1 लाख की मदद दी जाएगी.
बुजुर्ग नागरिकों, विधवाओं और दिव्यांगों के लिए पेंशन की राशि को बढ़ाकर न्यूनतम 1,000 रुपए प्रति माह किया जाएगा.
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में ये वादा किया कि वे ऊपरी अदालतों में न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए उच्चतम न्यायालय के साथ विचार विमर्श करके राष्ट्रीय न्यायिक आयोग का गठन करेंगे.
कांग्रेस पार्टी ने वादा किया कि वे देश में जाति आधारित जनगणना कराएगी और आरक्षण की अधिकतम सीमा को बढ़ाकर 50 प्रतिशत से ज्यादा करेगी.
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में ये भी कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को मिलने वाले 10 प्रतिशत आरक्षण को वे सभी वर्गों के गरीबों के लिए बिना भेदभाव के लागू करेगी.
कांग्रेस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुसार कांग्रेस न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देगी.
किसान न्याय के तहत कर्ज माफी और MSP गारंटी कानून बनाया जाएगा.
श्रमिक न्याय में मनरेगा के तहत कम से कम 400 रुपये दिए जाएंगे.
हिस्सेदारी न्याय के तहत जाति जनगणना की जाएगी, इसके अलावा कंस्यूटिटूशनल जस्टिस और आर्थिक न्याय को सुनिश्चित किया जाएगा.
PMLA कानून में बदलाव का ऐलान किया गया है.
कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र जारी किए जाने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘हमारा घोषणा पत्र देश के राजनीतिक इतिहास में ‘न्याय के दस्तावेज’ के रूप में याद किया जाएगा. राहुल गांधी के नेतृत्व में चलाई गई भारत जोड़ो न्याय यात्रा पांच स्तंभों पर केंद्रित थी, यात्रा के दौरान: युवा न्याय, किसान न्याय, नारी न्याय, श्रमिक न्याय और हिसदारी न्याय की घोषणा की गई. इन पांच स्तंभों में से 25 गारंटियां निकलती हैं और हर 25 गारंटियों में किसी न किसी को लाभ मिलेगा.’
Congress Party manifesto: After wide consultation, Congress will bring a law to recognize civil unions between couples belonging to the LGBTQIA+ community, says Congress pic.twitter.com/dpk1J1kxPm
— ANI (@ANI) April 5, 2024