कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर हरियाणा विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग (ईसीआई) पर अनियमितताओं का आरोप लगाया है। पार्टी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि ईसीआई ने हरियाणा चुनाव से संबंधित उसकी शिकायतों पर स्पष्ट जवाब नहीं दिया और खुद को क्लीन चिट दे दी। कांग्रेस ने चुनाव आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार को लिखे एक जवाबी पत्र में कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि निर्वाचन आयोग ने अपने तटस्थ स्वरूप को पूरी तरह खत्म करने का लक्ष्य तय कर रखा है, तो वह इस दिशा में उल्लेखनीय रूप से आगे बढ़ रहा है।
चुनाव आयोग ने कांग्रेस को क्या कहा था?
आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में अनियमितता से संबंधित कांग्रेस के आरोपों को गत 29 अक्टूबर को खारिज कर दिया था। आयोग ने कहा था कि पार्टी पूरे चुनाव नतीजों की विश्वसनीयता के बारे में उसी तरह का संदेह पैदा कर रही है, जैसा उसने अतीत में किया था। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे एक पत्र में आयोग ने कहा था कि इस तरह के “तुच्छ और बेबुनियाद” संदेह “अशांति” पैदा करने की क्षमता रखते हैं, खासकर मतदान और मतगणना जैसे महत्वपूर्ण चरण में, जब राजनीतिक दलों और जनता की बेचैनी चरम पर होती है।
खुद को ही क्लीन चिट दे रही ECI: कांग्रेस
चुनाव आयोग को भेजे जवाबी पत्र में कांग्रेस ने कहा, “हमने हमारी शिकायतों पर आपकी प्रतिक्रिया का ध्यानपूर्वक अध्ययन किया है। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि निर्वाचन आयोग ने खुद को क्लीन चिट दे दी है। हम आम तौर पर इसे छोड़ देते, लेकिन आयोग की प्रतिक्रिया का लहजा और भाव, इस्तेमाल की गई भाषा तथा कांग्रेस के खिलाफ लगाए गए आरोप हमें प्रतिक्रिया देने के लिए मजबूर करते हैं।”
पार्टी ने यह भी कहा कि वे नहीं जानते कि कौन है, जो माननीय आयोग को सलाह दे रहा है या मार्गदर्शन कर रहा है, लेकिन ऐसा लगता है कि आयोग यह भूल गया है कि यह संविधान के तहत गठित एक निकाय है, जिस पर कुछ महत्वपूर्ण कार्यों का निर्वहन करने का उत्तरदायित्व है।
शिकायतों पर अब तक कोई जवाब नहीं दिया
कांग्रेस के अनुसार, यदि आयोग किसी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय पार्टी को सुनवाई की अनुमति देता है या उसके द्वारा उठाए गए मुद्दों की जांच करता है, तो यह कोई अपवाद नहीं है। पार्टी ने आरोप लगाया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की बैटरी से जुड़ी शिकायतों पर स्पष्टता की बजाय भ्रमित करने का प्रयास किया गया है। साथ ही शिकायतों का स्पष्ट रूप से जवाब नहीं दिया गया।
पार्टी ने दावा किया कि शिकायतों और याचिकाकर्ताओं को कमतर दिखाने पर जोर दिया गया तथा अहंकार से भरा जवाब दिया गया। कांग्रेस ने हरियाणा की 26 विधानसभा सीट के कुछ मतदान केंद्रों पर गिनती के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के ‘कंट्रोल यूनिट’ में बैटरी का स्तर 99 फीसदी दिखने पर सवाल उठाए थे और स्पष्टीकरण मांगा था।