अमृतसर। पंजाब के कंप्यूटर अध्यापकों ने अपनी जायज मांगों को लेकर पंजाब सरकार के खिलाफ एक जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन अमृतसर के हॉल गेट पर आयोजित किया गया, जहां कंप्यूटर शिक्षकों ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का पुतला फूंका। इस मौके पर शिक्षकों ने कहा कि दो दिवाली गुजरने के बाद भी उनकी मांगें पूरी नहीं हुई हैं, जो कि दिवाली 2022 में पंजाब सरकार द्वारा मान्य की गई थीं।
कंप्यूटर शिक्षकों की मांगों को अनदेखा करना सरकार के लिए शर्मनाक
कंप्यूटर शिक्षकों का कहना है कि संगरूर में चल रही भूख हड़ताल को 116 दिन हो चुके हैं, लेकिन सरकार की ओर से कोई प्रतिनिधि उनके पास नहीं आया। इसी दौरान बठिंडा से शिक्षक जोनी सिंघला ने भी भूख हड़ताल शुरू की और फिर उसे आमरण अनशन में बदल दिया। इस पर शिक्षकों ने आरोप लगाया कि सरकार उनकी आवाज नहीं सुन रही है और उनके जायज अधिकारों को नजरअंदाज कर रही है।
29 दिसंबर को कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल का घेराव करेंगे कंप्यूटर शिक्षक
कंप्यूटर शिक्षकों ने कहा कि अब वे अपनी मांगों को लेकर दिल्ली तक जाएंगे और वहां सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा, 29 दिसंबर को वे पंजाब के कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल का घेराव करेंगे। शिक्षकों का कहना है कि धालीवाल उनसे कई बार मिल चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने सरकार से यह भी आग्रह किया कि उनके साथी की जान को खतरे में डालने के बजाय उनकी मांगों का समाधान जल्द से जल्द किया जाए, ताकि उनका आंदोलन खत्म हो सके।