वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में चल रही विभिन्न निर्माणाधीन परियोजनाओं के कार्यों की समीक्षा करते हुए इन्हें युद्ध स्तर पर शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने परियोजनाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की बात की और किसी भी स्तर पर लापरवाही को बर्दाश्त न करने की हिदायत दी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “विभागीय अधिकारी प्रतिदिन एक घंटा जनशिकायतों का निस्तारण करें और नागरिकों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करें।”
मुख्यमंत्री का बड़ा आदेश:
- रामनगर शास्त्री घाट के निर्माण कार्य की जांच आईआईटी बीएचयू के सिविल विभाग से कराए जाने का निर्देश दिया गया। इसके तहत सैंपल लेकर उनकी जांच की जाएगी।
- परियोजनाओं में बार-बार खराब गुणवत्ता पाई जाने पर संबंधित ठेकेदारों के खिलाफ तीन बार एफआईआर दर्ज कराते हुए उन्हें ब्लैकलिस्ट किया जाए और कानूनी कार्रवाई भी की जाए।
- अपराधियों के मामलों को लंबित न छोड़ने की बात कहते हुए, मुख्यमंत्री ने टॉप टेन अपराधियों के खिलाफ पूरी सख्ती से कार्रवाई करने की बात कही।
काशी में धार्मिक कार्यक्रम:
मुख्यमंत्री ने श्री काशी विश्वनाथ और श्री कालभैरव मंदिर में दर्शन पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। साथ ही काशी के प्रमुख चौराहों पर काशी विश्वनाथ स्तोत्रम और काशी शिव धुन बजाने की व्यवस्था की जाएगी।
इंफ्रास्ट्रक्चर की समीक्षा:
मुख्यमंत्री ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के बाद 11 एलईडी स्क्रीन का अनावरण भी किया। इसके बाद पांडेयपुर-लमही मार्ग पर हो रहे सड़क चौड़ीकरण कार्य का निरीक्षण किया और अधिकारियों को युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर कार्य शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया।
योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी की विकास योजनाओं को गति देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्धता दिखाते हुए, स्थानीय प्रशासन को परियोजनाओं के समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निष्पादन के लिए कड़े निर्देश दिए।