CM योगी ने ली यूपी राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक, दिए कड़े निर्देश

सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त हुए मुख्यमंत्री, एक्सप्रेस-वे पर अस्पताल और ट्रैफिक नियमों पर जोर

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने और यातायात व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक ली। बैठक में सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी विभागों को आपसी समन्वय बढ़ाने और दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के सख्त निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री योगी के मुख्य निर्देश:
✅ एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर अस्पतालों की व्यवस्था – जैसे फूड प्लाजा होते हैं, वैसे ही सभी एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर अस्पताल बनाए जाएं ताकि दुर्घटना के समय घायलों को तुरंत इलाज मिल सके।

✅ प्रत्येक जिले में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक अनिवार्य –

जनपद स्तर पर हर माह बैठक हो।
मंडल स्तर पर त्रैमासिक बैठक अनिवार्य रूप से आयोजित की जाए।
✅ विद्यालयों में ट्रैफिक नियमों को जोड़ा जाए – बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के पाठ्यक्रम में यातायात नियमों को शामिल किया जाए ताकि बचपन से ही बच्चों को ट्रैफिक अनुशासन की जानकारी मिले।

✅ डग्गामार वाहनों और ओवरलोडेड ट्रकों पर कड़ी कार्रवाई – अवैध और क्षमता से अधिक भार ढोने वाले वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश।

✅ एक्सप्रेस-वे और हाईवे के किनारे शराब की दुकानें न हों – हाईवे पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सभी शराब की दुकानों को हटाने के निर्देश।

✅ नाबालिगों को ई-रिक्शा चलाने की अनुमति नहीं – सड़क पर ट्रैफिक नियमों को बनाए रखने के लिए नाबालिग बच्चों को ई-रिक्शा चलाने से रोका जाए।

सड़क सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार सड़क सुरक्षा को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे आम जनता को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करें और यातायात नियमों के पालन को सख्ती से लागू करें।

सरकार के इन निर्देशों से प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है और यातायात व्यवस्था पहले से अधिक सुरक्षित होगी। 🚦

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