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खबरें जक्शन विशेष/ साक्षात्कार

हर साल 14 सितंबर को जोश से मनाया जाता है हिंदी दिवस

(गीतावली सिन्हा) भारत में हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।14 सितंबर, 1949 को संविधान सभा द्वारा देवनागरी लिपि में लिखी हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया था। इस दिन का काफी ऐतिहासिक महत्त्व था। ऐसे में हिंदी को…
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सिक्स डे वॉर: जब इज़राइल ने हमेशा के लिए बदल दिया पश्चिम एशिया का भूगोल

एन. के. रावत 1967 का सिक्स डे वॉर, जिसे हिंदी में "छह दिन का युद्ध" कहा जाता है, पश्चिम एशिया के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। यह युद्ध 5 से 10 जून 1967 तक चला। इसने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा और मध्य पूर्व के भू-राजनीतिक परिदृश्य…
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शेयर मार्केट क्या है और निवेश की शुरुआत कैसे करें?

एन. के. रावत शेयर मार्केट(stock market ), जिसे हम शेयर बाजार भी कहते हैं, वित्तीय दुनिया का एक महत्वपूर्ण और रोमांचक हिस्सा है। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां कंपनियां अपनी पूंजी जुटाने के लिए अपने शेयरों की बिक्री करती हैं और निवेशक उन…
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भारत और अमेरिका: राजनीति का सर्कस और व्यापार का तमाशा

एन. के. रावत अमेरिका और भारत का रिश्ता किसी नटवरलाल के जादुई शो से कम नहीं है। अमेरिका हमें एक हाथ से मिठाई देता है और दूसरे हाथ से वो मिठाई छीनने की कोशिश भी करता है। अब देखिए, 2024 में दोनों देश बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं। अमेरिका…
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सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़े वो 20 सवाल, जिनके आज तक नहीं मिले जवाब

सिंधु घाटी सभ्यता, जिसे हड़प्पा सभ्यता भी कहा जाता है, प्राचीन भारत की एक अत्यंत उन्नत और आश्चर्यजनक सभ्यता थी। यहां कुछ प्रमुख तथ्यों की जानकारी दी गई है, जो अब तक रहस्य बने हुए हैं: 1. उन्नत शहरी योजना सिंधु घाटी के शहरों जैसे…
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हिन्दी के प्रथम शब्द कोष के निर्माता: मुंशी राधा लाल माथुर (1843-1913)

कमलनयन श्रीवास्तव प्रथम हिन्दी शब्द कोष के रचयिता मुंशी राधा लाल माथुर का जन्म 1843 ई0 में नागवां, जोधपुर (राजस्थान) में हुआ। इनके पिता का नाम कुंज लाल था और ये अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे। इनकी आरंभिक शिक्षा उर्दू और फारसी के…
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भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए एजेंडा तय किया

पवन कुमार बंसल। भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए एजेंडा तय किया। अमित शाह के नेतृत्व में राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल और जाति के आधार पर ध्रुवीकरण । विपक्ष के नेता और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह…
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मक्के के किसानों को बढ़ावा दिए बिना मक्के के आयात की ओर बढ़ना कितना उचित?

लंबे समय से हमारा देश खाद्य सुरक्षा की चिंता और कृषि स्थिरता से जूझ रहा है, जिससे निपटने में मक्के की एक अहम भूमिका मानी जाती रही है। आज भारत में आनुवंशिक रूप से संशोधित (जीएम) मक्के के आयात बनाम गैर-जीएम मक्के के उत्पादन से भारत की…
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भाजपा की अयोध्या में लगी आग कैसे बुझेगी !

दयानंद पांडेय भाजपा की अयोध्या में लगी आग कैसे बुझेगी ! समय बता रहा है कि त्रेता की इस आधुनिक और चुनावी अयोध्या में लगी आग शायद द्वापर का अर्जुन ही बुझाए। ऐसे जैसे कभी शर-शैया पर लेटे गंगा पुत्र भीष्म की प्यास तीर मार कर अर्जुन ने ही…
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अब गांव भर की भौजाई मोदी

दयानंद पांणेय भारतीय राजनीति के महाबली नरेंद्र दामोदर दास ने अभी शपथ भी नहीं ली है लेकिन उन पर चढ़ाई शुरू हो गई है। दुहरी-तिहरी चढ़ाई। क्या सहयोगी , क्या विपक्ष। हर कोई चढ़ाई पर आमादा है। आंख दिखा रहा है। आंख मिला रहा है। नरेंद्र मोदी की…
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