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अध्यात्म

अंतिम संस्कार के तीन दिन बाद अस्थियां क्यों इकट्ठी की जाती हैं? जानिए गरुण पुराण के अनुसार

सनातन धर्म में जन्म से लेकर मृत्यु तक कई रीति-रिवाजों और परंपराओं का पालन किया जाता है, जिन्हें 16 संस्कारों के रूप में जाना जाता है। इन संस्कारों में अंतिम संस्कार सबसे महत्वपूर्ण है, जो मृत्यु के पश्चात होने वाली रस्मों का पालन करता है। इस…
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खाटूश्यामजी फाल्गुन लक्खी मेला 28 फरवरी से 11 मार्च तक आयोजित

खाटूश्यामजी: बाबा खाटूश्यामजी का फाल्गुन लक्खी मेला 28 फरवरी से शुरू होकर 11 मार्च 2025 तक आयोजित किया जाएगा। इस वार्षिक मेले की तैयारियों और व्यवस्थाओं को लेकर बुधवार को जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा और एसपी भुवन भूषण यादव ने प्रशासनिक…
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भगवान शिव का आशीर्वाद: 7 मुखी रुद्राक्ष के लाभ

हिंदू धर्म के अनुसार रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसू से हुई है, और इसे भोलेनाथ का आशीर्वाद माना जाता है। रुद्राक्ष का वर्णन शिव महापुराण में भी मिलता है, जहां इसे भगवान शिव का प्रिय आभूषण बताया गया है, और यह दैवीय गुणों से परिपूर्ण…
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तीन मुखी रुद्राक्ष: लाभ और महत्व

तीन मुखी रुद्राक्ष को ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतीक माना जाता है। इसे धारण करने से इन तीनों देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन के कष्टों से मुक्ति मिलती है। कुंडली में मंगल दोष ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, तीन मुखी रुद्राक्ष…
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Basant Panchami 2025: बसंत पंचमी पर इन चीजों को लाने से होगा शुभ फल

हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष बसंत पंचमी 2 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी। इस दिन ज्ञान, बुद्धि और संगीत की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यदि इस शुभ दिन…
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Basant Panchami 2025: जानिए क्यों पहना जाता है पीला रंग और क्या है इस पर्व का महत्व?

हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी दिन मां सरस्वती का प्राकट्य हुआ था, इसलिए इस दिन मां सरस्वती की पूजा का विशेष महत्व है। मां सरस्वती को ज्ञान और वाणी की देवी कहा जाता…
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एक मुखी रुद्राक्ष: भगवान शिव का प्रत्यक्ष स्वरूप, जानें इसकी कीमत और धारण करने के नियम

नई दिल्ली: एक मुखी रुद्राक्ष को भगवान शिव का प्रत्यक्ष स्वरूप माना जाता है। इसे धारण करने से मानसिक शांति, आत्मिक उन्नति और भौतिक सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। यह व्यक्ति की एकाग्रता बढ़ाने, तनाव कम करने और जीवन में संतुलन बनाए रखने में मदद…
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महाकुंभ 2025: धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिकता का प्रतीक

लेखक- मोहित गुज्जर हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, महाकुंभ मेला में स्नान करने से भक्तों को पापों से मुक्ति मिलती है और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। यह भारत का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जो हर 12 साल में…
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सनातन हिंदू वाहिनी का तत्वाधान में हुआ मोदीनगर में भव्य कार्यक्रम

मोदीनगर: 28 जनवरी 2025 को प्रभु श्री राम प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में सनातन हिंदू वाहिनी के तत्वाधान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व सनातन हिंदू वाहिनी के विधानसभा अध्यक्ष सागर गुप्ता ने किया, और इसे मंडल…
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अयोध्या में श्रद्धालुओं का सैलाब: रामलला के दर्शन के लिए उमड़ी ऐतिहासिक भीड़

अयोध्या।  अयोध्या में इस बार ऐसा श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा कि हर कोई अचंभित रह गया। रामलला के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में लोग पहुंचे और पुराने रिकॉर्ड टूट गए। 25 लाख श्रद्धालु पहुंचे रामलला के दरबार पिछले 30 घंटों में लगभग 25 लाख…
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