बुलंदशहर – पुलिस ने फूफा-भतीजा हत्याकांड मामले में पर्दाफाश करते हुए बताया कि जादुई सिक्के के अंधविश्वास में नौकर ने साथी के साथ मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया।
देहात कोतवाली क्षेत्र में बीते दिनों फूफा-भतीजा हत्याकांड का बृहस्पतिवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया है। राजीव के नौकर ऋषभ ने ही उक्त घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि अंतिम बार केवल ऋषभ ही था, जो राजीव और सुधीर के साथ था। पुलिस को बरगलाने के लिए उसने जूठी पटकथा लिखी थी कि राजीव और सुधीर को वह नहर पर छोड़कर आया था। जहां उन्हें एक व्यक्ति मिला था, आशंका जताई थी कि इस अज्ञात शख्स ने दोनों की हत्या की है। लेकिन, पुलिस ने जब ऋषभ से सख़्ती से पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया।
बताया कि उसकी नज़र राजीव के पास मौजूद पुराने सिक्के पर थी। सिक्के में शक्ति मानता था। रहस्यमय और बेशकीमती बताया जाता था सिक्का, जिसका मृतक डेमो दिया करता था। सिक्का पाने की चाह के चलते उसने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। आरोपी ने राजीव को घटनास्थल पर ले जाकर हत्या कर दी। जब आरोपियों को शक हुआ कि राजीव के फूफा सुधीर ने ही आखरी बार उन्हें राजीव के साथ देखा है तो उन्होंने सुधीर को भी यह कहकर मौके पर बुलाया की राजीव भाई साहब ने उन्हें बुलाया है जहां उन्होंने उनकी भी हत्या कर दी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।