कोलकाता। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने रविवार को पश्चिम बंगाल में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार मवेशियों की तस्करी करने की कुछ बांग्लादेशियों की कोशिश को नाकाम कर दिया। एक बयान में यह जानकारी दी गई।
बहरहामपुर सेक्टर में मधुबना सीमा चौकी पर 146वीं बटालियन के जवानों ने रविवार को तड़के 5-6 लोगों की संदिग्ध हरकत देखी, जो दो गोवंशीय पशुओं के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा के बिना बाड़ वाले हिस्से को पार कर भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे।
लड़ाई किए जाने पर उन्होंने धारदार हथियार लहराकर जवानों को धमकाया।
जब जवानों में से एक ने उन पर स्टन ग्रेनेड दागा, तो उन्होंने उसे घेर लिया और धारदार हथियारों से उस पर हमला कर दिया। बयान में कहा गया कि आत्मरक्षा में जवान ने दो राउंड फायर किए, जिसके बाद बदमाश अंधेरे और खेतों में ऊंची फसलों का फायदा उठाकर बांग्लादेश की ओर भाग गए।
बाद में जवानों ने मौके से दो मध्यम आकार के बैल और दो धारदार हथियार जब्त किए। बयान में कहा गया है कि गोलीबारी में किसी बदमाश के घायल होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। एक दिन पहले भी इसी तरह की घटना हुई थी, जब मालदा के लोधिया सीमा चौकी पर 70वीं बटालियन के जवानों ने 14-15 बांग्लादेशियों को भाले और तलवारें लेकर घूमते देखा था।
जैसे ही तस्कर सीमा पार कर भारत में घुसे, जवानों ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए स्टन ग्रेनेड दागे।
बयान में कहा गया है कि हालांकि, घुसपैठियों ने जवानों पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया, जिसके बाद बीएसएफ कर्मियों ने आत्मरक्षा में दो राउंड फायरिंग की। इसके बाद तस्कर अंधेरे की आड़ में बांग्लादेश की ओर भाग गए।
इस घटना के बाद बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ बैठक हुई, जिसमें बांग्लादेशी तस्करों द्वारा बिना उकसावे के किए गए हमले के खिलाफ विरोध दर्ज कराया गया। इन दोनों घटनाओं से पहले मधुबना में भी इसी तरह के हमले हुए थे।
बीएसएफ के प्रवक्ता ने कहा, “हमने इस मुद्दे को बीजीबी के समक्ष उठाया है।”