तेलंगाना में SLBC सुरंग हादसे पर सियासी आरोप-प्रत्यारोप: ब्लेम गेम तेज

मुख्यमंत्री रेवंथ ने KCR को ठहराया जिम्मेदार, कहा- यह उनकी ‘पाप’ है

SLBC सुरंग हादसा : तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंथ रेड्डी ने 2 मार्च को श्रीसैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) सुरंग का दौरा किया, जहां 22 फरवरी को सुरंग गिरने से आठ लोग फंसे हुए थे, जिनकी मौत की आशंका है। इस दौरान, रेवंथ ने इस हादसे के लिए पूर्व मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (BRS) प्रमुख के चंद्रशेखर राव (KCR) को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकार ने सिंचाई परियोजना में अनावश्यक देरी की, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई। रेवंथ ने कहा, “आपने हमारे प्रोजेक्ट्स को रुकवाया, आज इसकी वजह से छत गिर गई और आठ लोगों की मौत हो गई। क्या यह आपका पाप नहीं है, KCR?”

SLBC सुरंग हादसे से जुड़ी सियासत गर्माई

इस घटना ने तेलंगाना की राजनीति में तूफान मचाया है, जहां BRS और बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर इस दुर्घटना के लिए आरोप लगाए हैं। दोनों पार्टियों ने एक-दूसरे पर सिंचाई परियोजनाओं के प्रति नाकामी और लापरवाही के आरोप लगाए हैं, जिसके कारण यह हादसा हुआ।

मुख्यमंत्री की दुर्घटनास्थल पर देरी से यात्रा पर आलोचना

BRS और बीजेपी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री रेवंथ ने इस घटना के नौ दिन बाद ही दुर्घटनास्थल का दौरा किया। बीजेपी विधायक दल के नेता अलेत्ती महेश्वर रेड्डी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ और सुरंग के खतरे को लेकर कोई सुरक्षा उपाय नहीं किए गए।

बीजेपी और BRS ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया

महेश्वर रेड्डी ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि उसने सुरंग के भूगर्भीय परीक्षणों की उचित जांच नहीं की। उन्होंने कहा कि अगर फंसे हुए लोग मरे पाए गए, तो सरकार को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। BRS और बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने मानवीय सुरक्षा के प्रति लापरवाही बरती है।

सिंचाई मंत्री ने BRS नेताओं के दौरे को राजनीतिक नाटक करार दिया

तेलंगाना के सिंचाई मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने BRS नेताओं के दौरे को “राजनीतिक नाटक” करार दिया और कहा कि अगर BRS ने सही कदम उठाए होते तो यह दुर्घटना नहीं होती। उन्होंने यह भी कहा कि यदि परियोजना समय पर पूरी हो जाती, तो यह हादसा नहीं होता और नलगोंडा जिले के किसानों को 30 टीएमसी पानी का लाभ मिलता।

कांग्रेस सरकार ने हादसे के बावजूद परियोजना पूरी करने की प्रतिबद्धता जताई

मुख्यमंत्री रेवंथ रेड्डी ने इस हादसे के बावजूद SLBC सुरंग परियोजना को किसी भी हालत में पूरा करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने आरोप लगाया कि BRS सरकार ने परियोजना के काम में देरी की थी क्योंकि उन्हें ठेकेदारों से कमीशन नहीं मिल रहे थे।

BRS और कांग्रेस के बीच सिंचाई क्षेत्र पर आरोप-प्रत्यारोप

BRS के नेता हारिश राव ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि उसने सिंचाई परियोजनाओं में भ्रष्टाचार किया और गुणवत्ताहीन योजनाओं का कार्यान्वयन किया। वहीं, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि BRS ने पिछले 10 वर्षों में सिंचाई क्षेत्र को बर्बाद किया है।

कांग्रेस सरकार का डिफेंस: मंत्री का कहना- हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल राहत कार्यों में था

सिंचाई मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि आलोचनाओं के बावजूद उनका हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल केवल राहत कार्यों के लिए किया गया था और यह उनके लिए विलासिता का सवाल नहीं था।

SLBC सुरंग परियोजना के महत्व और चुनौतियां

SLBC सुरंग, जो 44 किमी लंबी है, कृष्णा नदी का 30 टीएमसी पानी श्रीसैलम डेम से तेलंगाना तक लाने के लिए बनाई जा रही है। यह परियोजना अलिमिनेटी माधव रेड्डी परियोजना (AMRP) का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो 1983 में शुरू हुई थी। सुरंग निर्माण में भूगर्भीय समस्याओं और भूजल संकट जैसी चुनौतियां आ रही हैं।

सुरंग में फंसे मजदूरों की पहचान

सुरंग में फंसे हुए आठ लोग, जिनमें दो इंजीनियर और छह श्रमिक शामिल हैं, जिनकी पहचान सनी सिंह और गुरप्रीत सिंह (रॉबिन्स टनल बोरिंग मशीन कंपनी से), और मनोज कुमार, श्रीनिवास, संदीप साहू, संतोष साहू, अनुज साहू, और जगत खेहस (जयप्रकाश एसोसिएट्स से) के रूप में की गई है।

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