गाजियाबाद: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर गाजियाबाद तहसील में नई कृषि नीति मसौदे को लेकर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के पदाधिकारियों ने धरना प्रदर्शन और मीटिंग का आयोजन किया।
इस कार्यक्रम का नेतृत्व जिला अध्यक्ष विजेंद्र सिंह और सदर तहसील अध्यक्ष ब्रह्मपाल चौधरी ने किया। इस दौरान किसानों ने सरकार की नई कृषि नीति को “काला कानून” करार देते हुए मसौदे जलाए और विरोध प्रदर्शन किया।
प्रमुख वक्ताओं और पदाधिकारियों की उपस्थिति:
राष्ट्रीय सचिव ओम पाल सिंह ने अपने संबोधन में नई कृषि नीतियों को किसान विरोधी बताया।
प्रदेश उपाध्यक्ष रामकुमार चौधरी और जिला प्रभारी जयकुमार मलिक ने किसानों से एकजुट होकर इस नीति के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की।
युवा जिला अध्यक्ष छोटे चौधरी ने युवाओं को इस आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।
महिला विंग की जिला अध्यक्ष बबीता चौधरी और मंजू चौधरी ने महिलाओं की भागीदारी पर जोर दिया।
अन्य प्रमुख उपस्थित लोग:
महानगर अध्यक्ष सुधीर चौधरी, राजेश नेता, रवींद्र कुमार, अंकित नेहरा, विकास नेहरा, अनुज चौधरी, कंवर पाल, रण कुमार, मसूरी और नहाल से पोंजी भाई और इस्लाम भाई जैसे कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
मुद्दे और मांगें:
प्रदर्शन में किसानों ने नई कृषि नीति को रद्द करने और किसानों के हित में नीतियां बनाने की मांग की। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
इस प्रदर्शन ने किसान समुदाय की एकजुटता और उनके संघर्ष के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर किया। सभा का समापन आगामी रणनीति तैयार करने के लिए चर्चा के साथ हुआ।