दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा की वापसी: रेखा गुप्ता ने संभाली कमान, नई सीएम के सामने है यह चुनौतियां

नई दिल्ली: 27 साल बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दिल्ली की सत्ता में जोरदार वापसी की है। राम लीला मैदान में हुए भव्य शपथ ग्रहण समारोह में रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ छह अन्य विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। अब रेखा गुप्ता के सामने कई अहम चुनौतियां हैं, जिनमें चुनावी वादों को पूरा करना, पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं को जारी रखना, प्रदूषण नियंत्रण, बुनियादी ढांचे में सुधार और यमुना की सफाई शामिल हैं।

BJP को मिली निर्णायक जीत, AAP बनी विपक्ष

हाल ही में हुए 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा चुनाव में BJP ने 48 सीटों पर जीत दर्ज कर निर्णायक बढ़त हासिल की, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) को सिर्फ 22 सीटें मिलीं। इससे AAP का एक दशक लंबा शासन समाप्त हो गया। सत्ता से बाहर हुई AAP अब विपक्ष की भूमिका में रहेगी और BJP पर लगातार दबाव बनाए रखेगी।

महिलाओं को 2,500 रुपये मानदेय: पहली प्राथमिकता

रेखा गुप्ता के नेतृत्व वाली सरकार के लिए पहली और सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता महिलाओं को 2,500 रुपये मासिक मानदेय प्रदान करने के चुनावी वादे को पूरा करना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान आश्वासन दिया था कि BJP सरकार बनते ही पहली कैबिनेट बैठक में इस योजना को लागू किया जाएगा।

कल्याणकारी योजनाओं को जारी रखने की चुनौती

BJP सरकार को ‘आप’ सरकार की प्रमुख योजनाओं जैसे 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी कनेक्शन और महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा को जारी रखने की चुनौती का सामना करना होगा। BJP ने अपने घोषणापत्र में इन सुविधाओं को बनाए रखने का आश्वासन दिया था, लेकिन AAP नेताओं ने इसकी दीर्घकालिकता पर सवाल उठाए हैं।

आयुष्मान भारत और स्वास्थ्य सुधार

BJP ने दिल्ली में ‘आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना’ लागू करने का वादा किया था, जिससे प्रत्येक लाभार्थी को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। इसके अतिरिक्त, BJP ने मोहल्ला क्लीनिकों में सुधार करने और उन्हें ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ के रूप में पुनः विकसित करने का संकल्प लिया है। पार्टी ने AAP सरकार पर इन क्लीनिकों में भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए हैं।

यमुना सफाई और प्रदूषण नियंत्रण

दिल्ली में यमुना नदी की सफाई BJP के प्रमुख चुनावी मुद्दों में से एक था। BJP ने आरोप लगाया था कि AAP सरकार यमुना की सफाई में पूरी तरह विफल रही। अब सरकार ने 57 किलोमीटर लंबे दिल्ली क्षेत्र में यमुना की सफाई के लिए विशेष मशीनें तैनात कर दी हैं। साथ ही, बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार पर इलेक्ट्रिक वाहन (EV) नीति को अपडेट करने का दबाव होगा।

बुनियादी ढांचे में सुधार

दिल्ली में सड़कों की खराब स्थिति और जल निकासी की समस्याएं मतदाताओं की बड़ी चिंता रही हैं। BJP सरकार को इस बुनियादी ढांचे को सुधारने के लिए तेजी से काम करना होगा।

स्थिर नेतृत्व बनाए रखने की चुनौती

BJP के लिए एक और बड़ी चुनौती दिल्ली में स्थिर नेतृत्व बनाए रखना होगी। 1993 से 1998 तक पार्टी के पिछले शासनकाल में तीन अलग-अलग मुख्यमंत्री रहे थे – मदन लाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज।

रेखा गुप्ता के नेतृत्व में BJP सरकार को जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। सभी की नजरें अब नई सरकार की आगामी नीतियों और निर्णयों पर टिकी हुई हैं।

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