छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही भाजपा सरकार- कांग्रेस
नीट-यूजी पेपर लीक मामले मे इस्तीफा दे शिक्षा मंत्री
रामपुर मे कांग्रेस नेताओं ने शहर अध्यक्ष नोमान खाँ के नेतृत्व मे राष्ट्रीय आहवाहन पर NEET-UG 2024 की परीक्षा मे पेपर लीक मामले मे राष्ट्रपति महोदया को सम्बोधित ज्ञापन अतिरिक्त उपजिलाधिकारी मजिस्ट्रेट रामपुर को सौपा।
ज्ञापन के माध्यम से कांग्रेस ने कहा
* नीट- यूजी 2024 का परिणाम 4 जून 2024 को जारी हुआ था जिसमें कई अनियमितताएं जाहिर हुई, पेपर लीक का आरोप भी अभ्यर्थियों द्वारा लगाया गया परीक्षा में तकनीकी गड़बड़ियां, कदाचार और अनुचित साधनों का प्रयोग किया गया भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात और हरियाणा में नीट परीक्षा सम्बन्धित भ्रष्टाचार के लिए कई लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई जिससे पूरी परीक्षा ही दोषपूर्ण की आशंका से ग्रसित हो गई है
* नीट परीक्षा में भ्रष्टाचार के कारण लाखों युवाओं का भविष्य दांव पर लग गया है अभिभावकों के लाखों रुपए बर्बाद हुए हैं जिस कारण कई छात्र अवसाद में है और कईयों ने तो आत्महत्या कर ली है चुंकि नीट मेडिकल की परीक्षा है जिससे ईशवर का स्वरूप चिकित्सकों का निर्माण होता है ऐसी परीक्षाओं में कदाचार और भ्रष्टाचार से आए हुए चिकित्सक भविष्य में आम जनमानस के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ ही करेंगे
* नीट यूजी 2024 परीक्षा करने वाली संस्थान नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने अपनी परीक्षा 18 जून 2024 को संपन्न नेट परीक्षा को अगले दिन ही अनियमितताओं की आशंका से ही रद्द कर दी है और सीबीआई जांच के अनुशंसा कर दी गई है इससे नीट की परीक्षाओ में हुई धाधली के आरोपो को बल मिलता है
* कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में पेपर लीक के खिलाफ सख्त कानून लागू करके युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने का वादा किया था कांग्रेस पार्टी सरकार से मांग करती है कि नीट-यूजी 2024 की परीक्षा को रद्द करते हुए (NTA) से कराई गयी सभी परीक्षाओं की जांच सीबीआई द्वारा कराई जाए साथ ही कांग्रेस पार्टी यह भी मांग करती है कि युवाओं के भविष्य को रोंदने का प्रयास करने वाले शिक्षा माफियाओ के खिलाफ सख्त कार्यवाही कि जाए साथ ही इन सभी धाँधलियो की जिम्मेदारी लेते हुए माननीय केंद्रीय शिक्षा मंत्री अपने पद से तत्काल इस्तीफा दे.
ज्ञापन पर पूर्व विधायक अफ़रोज़ अली खाँ,युवा कांग्रेस ज़िला अध्यक्ष आरिफ अल्वी, मोहम्मद ज़ुबैर खाँ, ताहिर अंजुम, जगमोहन मोना,अबुल हसन एडवोकेट,अब्बास अली,अकरम सुलतान, निज़ाम पाशा, रामगोपाल सैनी,अकरम अली, फैज़ान अल्वी,शम्मू अली,सुहैल खाँ, जमील मिया आदि के हस्ताक्षर थे.