Birthday Special: अपने कट्टरपंथी और हिंदुत्व इमेज के लिए प्रसिद्ध है यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य आज अपना 55वां जन्मदिन मनाने जा रहे है। अपने हिंदुत्व इमेज के कारण केशव प्रसाद मौर्य अकसर विरोधियों के निशाने पर रहते है। अपने बचपन में अखबार और चाय बेचने वाले मौर्य अपने करियर के शुरूआती दिनों में बजरंग दल से भी जुड़े थे और गो- रक्षा आन्दोलन में बढ़- चढ़ कर शामिल होते थे। मौर्य ने बीजेपी किसान मोर्चा के पिछड़ी जाति सेल में भी काम किया है।

जीवन परिचय
केशव प्रसाद मौर्य का जन्म 7 मई सन 1969 में इलाहाबाद के कौशाम्बी जिले के एक छोटे से क्षेत्र सिराथू में हुआ था। इनके पिता का नाम श्याम लाल मौर्य और मां का नाम धनपति देवी मौर्य है।

शिक्षा
केशव मौर्य ने इलाहबाद के हिन्दू साहित्य सम्मलेन से हिंदी साहित्य में स्नातक तक की पढाई की है।

व्यक्तिगत जीवन
केशव प्रसाद मौर्य की पत्नी का नाम राज कुमारी देवी मौर्य है। मौर्य की तीन संतानें है। राजनीति के साथ साथ इनका अपना व्यापार भी है और ये जीवन ज्योति क्लिनिक और हस्पातल के निर्देशक और पार्टनर हैं।

राजनैतिक करियर
केशव प्रसाद मौर्य हिंदुत्व की राजनीति के लिए मशहूर हैं। मौर्य ने लगभग 18 साल तक विश्व हिन्दू परिषद के लिए प्रचार किया। इसके साथ ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े रहे है।

लोकसभा चुनाव में लगातार दो हार के साथ इनकी सक्रीय राजनीति की शुरुआत हुई थी। इसके बाद सन 2014 में लोकसभा चुनाव में केशव प्रसाद मौर्य को जीत मिली और उत्तर प्रदेश की फूलपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर निर्वाचित हुए। 8 अप्रैल 2016 में भारतीय जनता पार्टी ने इन्हें उत्तरप्रदेश राज्य का पार्टी प्रमुख चुना। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में इन्हें एक बहुत अहम् भूमिका में देखा गया और इसी भूमिका को देखते हुए इन्हें उत्तरप्रदेश के उपमुख्यमंत्री के रूप में चुना गया है।

विवाद
2011 में इन पर इनके तीन साथियों के साथ एक ग़रीब किसान घुलाम गौस अलियास चंद खान की हत्या का आरोप लगा है। 21 मई 2015 में इन्हें बरी कर दिया गया लेकिन मृतक किसान के बड़े भाई ने यह कहते हुए केस बंद किया कि वह मौर्य के साथ दुश्मनी नहीं झेल पाएगा।

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