Birthday Special: एक्टिंग में फ्लॉप होने के बाद बने फिल्म निर्माता, श्रीनगर की वदियों में जन्मे संजय सूरी ने झेला है आतंक का दंश

आंतकी हमले में पिता की मौत के बाद रिफ्यूजी कैम्प में बितानी पड़ी कई रातें

नई दिल्ली। श्रीनगर की वादियों में जन्मे संजय सूरी आज अपना 53वां जन्मदिन मनाने जा रहे है। एक्टिंग में फ्लॉप होने के बाद संजय ने अब फिल्म निर्माण का काम शुरु किया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि संजय सूरी कश्मीरी पंडित हैं और उन्होंने व उनके परिवार ने 90 के दशक में कश्मीर में हुए नरसंहार का दर्द झेला है।

जीवन परिचय
संजय सूरी का जन्म 6 अप्रैल 1971 को श्रीनगर कश्मीर में हुआ था। उन्होंने अपना बचपन श्रीनगर की वदियों में ही बिताया। उनके पिता वीरेंद्र सूरी की मृत्यु एक आंतकी हमले के दौरान हो गयी थी। उसके बाद उन्हें रिफ्यूजी कैम्प में रहना पड़ा। सूरी की मां का नाम उर्वशी सूरी है। राज सूरी और वंदना सूरी इनके भाई- बहन है।

पढाई
संजय सूरी ने अपनी प्रारम्भिक पढाई श्रीनगर में ही पूरी की है।

शादी
संजय सूरी की शादी अम्बिका से हुई है। उनके दो बच्चे भी हैं।

करियर
संजय सूरी ने अपने करियर की शुरुआत बतौर मॉडल की थी। उन्होंने अपने मॉडलिंग करियर के दौरान कई सारे कमर्शियल ऐड में भी काम किया। उन्होंने अभिनय की शुरूआत 1999 में फिल्म कभी हां कभी ना से की थी। उसके बाद सूरी ने दामन, फ़िलहाल, दिल विल प्यार व्यार जैसी कई फिल्मों में काम किया।
वर्ष 2003 में वह फिल्म पिंजर में उर्मिला मांतोडकर के अपोजिट दिखाई दिए उसके बाद साल 2005 में सूरी जूही चावला के साथ फिल्म माय ब्रदर निखिल में दिखाई दिए। इस फिल्म में उन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय से दर्शकों समेत आलोचकों का दिल जीत लिया।
बतौर निर्माता उनका करियर ठीक-ठाक रहा। उन्होंने एंटीलॉक फिल्म्स के तहत फिल्म आई एम का निर्माण किया। सूरी की इस फिल्म को नेशनल फिल्म अवार्ड फॉर बेस्ट फीचर फिल्म के पुरुस्कार से सम्मानित किया गया है।

 

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