Birthday Special: 54 साल के हुए मनोज बाजपेयी, यहां जानें बिहार से मुंबई आकर बसे अभिनेता का फिल्मी सफर

  अब तक दो नेशनल फिल्म अवार्ड और चार फिल्म फेयर अवार्ड अपने नाम कर चुके है मनोज बाजपेयी

नई दिल्ली। बॉलीवुड के ऐसे अभिनेता जो दिखने में तो बहुत साधारण इंसान है लेकिन जब अभिनय करते है तो अच्छे अच्छों की बोलती बन्द हो जाती है। अपने एक्टिंग करियर मे अब तक दो नेशनल फिल्म अवार्ड और चार फिल्म फेयर अवार्ड जीत चुके मनोज को हिंदी सिनेमा मे अपनी पहचान बनाने के लिए काफी स्ट्रगल करना पड़ा, लेकिन आज उनका हिंदी सिनेमा में सर्वश्रेष्ठ अभिनेताओं में शामिल है।

जीवन परिचय
मनोज बाजपेयी का जन्म 23 अप्रैल 1969 को नरकटियागंज, बिहार में हुआ था। मनोज के पिता राधाकांत बाजपेयी एक किसान थे और उनकी मां एक गृहिणी थीं। वह अपने छह भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर हैं। उनकी छोटी बहन में से एक पूनम दुबे फिल्म उद्योग में एक फैशन डिजाइनर हैं।

शिक्षा
मनोज ने अपनी हाई स्कूल तक की पढ़ाई बिहार के बेतिया जिले के के. आर. हाई स्कूल से की। 17 की उम्र में बाजपयी अपने गांव नारकाटिया से दिल्ली शिफ्ट हो गये। कॉलेज के दिनों में मनोज ने थियेटर करना शुरू कर दिया था।

व्यक्तिगत जीवन
मनोज बाजपेयी ने 2006 में बॉलीवुड अभिनेत्री नेहा से शादी की। नेहा मनोज की दूसरी पत्नी है। दोनों की एक छोटी सी बेटी है जिसका नाम अवा है।

करियर
मनोज बाजपेयी ने अपने करियर की शुरुआत गोविन्द निल्हानी की फिल्म द्रोखाल से वर्ष 1994 में किया था। इसके बाद वाजपयी बायोग्राफिकल ड्रामा फिल्म बैंडिट क्वीन में नजर आये। लेकिन मनोज को हिंदी सिनेमा में पहचान फिल्म शूल से मिली। अब तक मनोज बाजपेयी कई फिल्मों में काम कर चुके हैं, जिनमे, कलाकार, दाउद, तम्मना, सत्या, प्रेम कथा, कौन, शूल, फिजा, दिल पे मत ले यार, पिंजर, एलओसी कारगिल, वीर-जारा, जेल आदि शमिल हैं।

पुरस्‍कार
मनोज बाजपेयी को राष्‍ट्रपति द्वारा पद्मश्री पुरस्‍कार से भी सम्‍मानित किया जा चुका है। उन्हें फिल्म ‘भोंसले’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के 67वां राष्ट्रिय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

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