Birthday Special: फिजिक्स में गहरी रुचि रखने वाले इंजीनियर और अर्थशास्त्री है जयराम रमेश, नीति-निर्माता के तौर पर भारत में दिया योगदान

  एक टेक्नो-सैवी व्यक्ति के रूप में प्रसिद्ध है जयराम रमेश

नई दिल्ली। इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले, अर्थशास्त्र में रुचि रखने वाले और पेशे से ‘पॉलिसी वोंक’ जयराम रमेश .. एक टेक्नो-सैवी व्यक्ति के रूप में फेमस है जो ‘समय के साथ’ चलते हैं और कुशाग्र बुद्धि के धनी हैं। भारत के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते है..कभी मजाकिया तो तनाव ग्रस्त बयानों से वे राजनीतिक उथल-पुथल का हिस्सा भी बने रहते है।

जीवन परिचय
जयराम रमेश का जन्म 9 अप्रैल, 1954 को चिकमगलूर मैसूर में हुआ था। जयराम रमेश के पिता का नाम स्वर्गीय सी.के. रमेश और माता का नाम श्रीदेवी रमेश था। उनके पिता भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई में सिविल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर थे।

शिक्षा
जयराम रमेश ने 1975 में आईआईटी बॉम्बे से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की। इसके बाद मास्टर डिग्री के लिए कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय के हेंज कॉलेज चले गए। उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) से डॉक्टरेट का कार्यक्रम शुरू किया था।

व्यक्तिगत जीवन
जयराम रमेश की शादी के आर जयश्री से हुई है। दोनों के दो पुत्र भी है।

राजनीतिक जीवन
यूपीए-2 सरकार में पर्यावरण मंत्री रह चुके जयराम रमेश ने नरसिम्हा राव सरकार में मनमोहन सिंह के साथ वित्त मंत्रालय में कार्यरत रह चुके हैं। इसके बाद 1996-98 के बीच में जयराम रमेश वित्त मंत्री पी चिदंबरम के सलाहकार भी रह चुके हैं। साल 2004 में उन्हें आंध्र प्रदेश के रास्ते राज्यसभा भेजा गया और फिर मनमोहन सिंह मंत्रिमंडल में उन्हें शामिल किया गया। साल 2006 में जयराम रमेश को वाणिज्य राज्य मंत्री बनाया गया और 2008 में ऊर्जा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया। इसके बाद 2010 में फिर से राज्यसभा के लिए चुना गया और फिर उन्हें ग्रामीण विकास मंत्री और पेयजल और स्वच्छता मंत्री बनाया गया। यूपीए-2 की सरकार बनने पर जयराम रमेश को पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई। जिसके बाद उन्होंने पर्यावरण से जुड़े नियमों में कड़ाई की। जयराम रमेश को 2016 में तीसरी बार राज्यसभा भेजा गया।

 

 

 

 

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