Birthday Special: चक्का फेंक खिलाड़ी से विधायक बनी कृष्णा पूनिया
राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला कृष्णा पूनिया
नई दिल्ली। भारतीय डिस्कस थ्रोअर से विधायक बनी कृष्णा पूनिया आज अपना 47वां जन्मदिन मनाने जा रही है। अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा पूनिया कांग्रेस पार्टी की राजनेता और राजस्थान में सादुलपुर निर्वाचन क्षेत्र के वर्तमान विधायक हैं।
जीवन परिचय
कृष्णा पूनिया का जन्म 5 मई 1977 को हरियाणा के अगरोहा के एक जाट किसान परिवार में हुआ। इनके पिता महा सिंह का डेयरी फार्म हाउस था और शुरुआती जिंदगी में वह भी अपने घरवालों के साथ गाय- भैंस का दूध निकाला करती थीं।
शिक्षा
कृष्णा पूनिया ने जयपुर के कनेड़िया कॉलेज से साइकॉलजी में पढ़ाई की है।
व्यक्तिगत जीवन
कृष्णा ने अपने कोच वीरेन्द्र पूनिया से 24 नवम्बर 1999 को प्रेम विवाह किया और शादी के बाद राजस्थान में बस गईं। दोनों का एक बेटा भी है जिसका नाम है लक्ष्यराजी।
करियर
कृष्णा पूनिया ने डिस्क्स थ्रो में देश के लिए कई पदक जीते हैं। उन्होंने 2006 में दोहा और 2010 में ग्वांगझू एशियाड में कांस्य पदक जीता है। कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 में कृष्णा ने स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। साल 2011 में कृष्णा पूनिया को पद्मश्री से नवाजा गया था. उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है।
राजनीति सफर
खेत और खेल में शानदार पारी के बाद कृष्णा ने राजनीति में आने फैसला लिया और वर्ष 2013 में कांग्रेस ज्वाइन की। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2013 में चूरू जिले की सादुलपुर (राजगढ़) सीट से चुनाव लड़ा। पहली बार में कृष्णा तीसरे स्थान पर रहीं, मगर हार नहीं मानी। राजगढ़ की जनता के बीच में रहीं। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में फिर कांग्रेस ने यहीं से इन पर भरोसा जताया। इस बार कृष्णा ने दर्ज कर अपनी जिंदगी की बतौर विधायक एक नई पारी की शुरुआत की।
घुटने के ऑपरेशन के बाद जीते 2 पदक
2015 में कृष्णा के घुटने में इंजरी हुई थी। उन्होंने इस चोट के बाद भी वापसी करके दिखाया है। अगस्त 2015 में ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद कई महीने तक रिहैबिलिटेशन चला लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी थी। एक महीने ट्रेनिंग की और दिल्ली और पटियाला में आयोजित दो एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीते थे।
उपलब्धियां
कृष्णा पूनिया को राजस्थान सरकार की ओर से महाराणा प्रताप पुरस्कार, हरियाणा सरकार भीम पुरस्कार से नवाजा गया है।