Birthday Special: भारत के टॉप 10 उद्योगपतियों में से एक है आनंद महिंद्रा, 80 देशों में फैल चुका है कारोबार
व्यावसायिक क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए मिल चुका है राजीव गांधी पुरस्कार
नई दिल्ली। सबसे सफल भारतीय उद्योगपतियों में से एक और महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद गोपाल महिंद्रा का आज जन्मदिन है। उद्योगपति घराने में जन्मे आनंद महिंद्रा के लिए अपनी कंपनियों को आगे बढ़ाना किसी चुनौती से कम नहीं था। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री हो या फिर सॉफ्टवेयर कंपनी आज महिंद्रा ग्रुप का कारोबार 80 देशों में फैल चुका है।
जीवन परिचय
आनंद गोपाल महिंद्रा का जन्म 1 मई 1955 को मुंबई भारत में हुआ था। उनके दादा, जे.सी. महिंद्रा, एक सफल व्यवसायी थे, जिन्होंने 1945 में महिंद्रा समूह की सह-स्थापना की थी। आनंद के पिता, हरीश महिंद्रा भी एक प्रसिद्ध उद्योगपति थे, जो ऑटोमोबाइल, कपड़ा और रियल एस्टेट सहित कई व्यवसायों में शामिल थे। इनकी मां का नाम इंदिरा महिंद्रा है। इनकी दो बहनें भी है- अनुजा शर्मा और राधिका नाथ।
शिक्षा
आनंद महिंद्रा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दक्षिणी भारत के नीलगिरि पहाड़ियों में एक प्रतिष्ठित बोर्डिंग स्कूल, लॉरेंस स्कूल, लवडेल में प्राप्त की। उसके बाद वे हार्वर्ड विश्वविद्यालय से फिल्म निर्माण में कला स्नातक की डिग्री और व्यवसाय प्रशासन में एमबीए की उपाधि प्राप्त की।
व्यक्तिगत जीवन
आनंद महिंद्रा के पत्नी का नाम अनुराधा महिंद्रा है जो एक पत्रकार है। उनकी दो बेटी है उनका नाम दिव्या और आलिका है I
करियर
आनंद महिंद्रा 1997 में ग्रुप के एमडी बने थे। देश में बिज़नेस के बदलते माहौल को भांपते हुए आनंद महिंद्रा ने ऑटो इंडस्ट्री पर फोकस किया।
उन्होंने इस प्रोजेक्ट पर काम कर चुके अपने इंजीनियर्स को भारतीय बाजार के लिए मल्टी यूटिलिटी व्हीकल (एमयूवी) का कॉन्सेप्ट तैयार करने का काम सौंपा। महिंद्रा ने 2002 में भारतीय बाजार में स्कॉर्पियो नाम से अपनी पहली एमयूवी पेश की। स्कॉर्पियो की कामयाबी के बाद आनंद ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2003 में उन्होंने महिंद्रा और महिंद्रा ग्रुप स्वदेशी तकनीक पर आधारित एसयूवी, स्कोर्पोयो’ लांच किया। इसने ‘महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप’ को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करने में मदद की। इसके अलावा महिंद्रा ग्रुप के द्वारा बनाया गया ट्रैक्टर विश्व के सर्वश्रेष्ठ ट्रैक्टर में से एक है और उसकी बिक्री दुनिया के विभिन्न देशों में होती है। अब ‘महिंद्रा ग्रुप’ ट्रैक्टर ही नहीं, बल्कि बेहतरीन कारें बनाने के साथ एयरस्पेस के क्षेत्र में भी काम कर रही है।