भीलवाड़ा: कोयले की अवैध भट्टियों पर चला ‘पीला पंजा’, 52 भट्टियां नेस्तानाबूत

भीलवाड़ा: जिले के दांथल गांव में अवैध रूप से संचालित कोयले की भट्टियों पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए जेसीबी से 52 भट्टियों को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई जिला प्रशासन के आदेश पर की गई, जिसमें पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे।

जिला प्रशासन ने क्यों की कार्रवाई?
जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू ने बताया कि जिले में अवैध कोयला भट्टियों को हटाने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके थे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने खुद इन अवैध भट्टियों को सक्रिय पाया, जिसके बाद कार्रवाई की शुरुआत दांथल गांव से की गई। यहां करीब 52 भट्टियां बिना किसी सरकारी अनुमति के चलाई जा रही थीं, जिन्हें जेसीबी मशीनों से ध्वस्त कर दिया गया।

अवैध कोयला बनाने के लिए काटे जा रहे थे पेड़
✅ कोयला माफिया जिले के वन क्षेत्रों और सरकारी जमीनों से पेड़ काटकर कोयला बना रहे थे।
✅ इस अवैध गतिविधि से पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा था।
✅ सामाजिक संगठनों और पर्यावरणविदों ने कई बार इसका विरोध किया, लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी।
✅ अब इन भट्टियों को हटाने से पर्यावरण संरक्षण को भी मजबूती मिलेगी।

‘भट्टीकांड’ से जुड़े रहे गंभीर अपराध
अगस्त 2023 में कोटड़ी क्षेत्र में हुए एक जघन्य अपराध ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।
🔴 एक नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप के बाद उसे कोयले की भट्टी में जला दिया गया था।
🔴 इस दर्दनाक घटना के बाद ही सरकार ने अवैध भट्टियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
🔴 लेकिन कई इलाकों में अब भी गुपचुप तरीके से भट्टियां संचालित की जा रही थीं।

नए जिला कलेक्टर ने दिखाई सख्ती
जिले में हाल ही में नियुक्त जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू ने आते ही अवैध गतिविधियों पर सख्ती दिखाते हुए इन भट्टियों को पूरी तरह खत्म करने का निर्देश दिया था।
अब दांथल गांव से अवैध कोयला भट्टियों पर कार्रवाई की शुरुआत कर दी गई है, और आगे भी यह अभियान जारी रहेगा।

क्या यह कार्रवाई अवैध कोयला भट्टियों पर पूरी तरह रोक लगा पाएगी? प्रशासन का दावा है कि वे सभी सक्रिय भट्टियों को हटाने के लिए अभियान जारी रखेंगे।

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