डिजिटल अरेस्ट के नाम पर साइबर फ्रॉड करने वाले जालसाजों से सावधान :- पुलिस अधीक्षक, विक्रांत भूषण  

किसी भी अन्य व्यक्ति को बैंक खाता संख्या, क्रेडिट कार्ड की जानकारी या पासवर्ड जैसी व्यक्तिगत जानकारी सांझा करने से बचें :- एसपी

ऐलनाबाद 23 मार्च ( एम पी भार्गव) पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने साइबर फ्रॉड के बारे में लोगों को जागरुक करते हुए आगाह किया है, कि आज के इस तकनीकी युग में साइबर क्राइम एक चिंता का विषय है । डिजिटलाजेशन के इस दौर में प्रत्येक व्यक्ति इंटरनेट पर निर्भर हो गया है,इसलिए इंटरनेट तकनीक की बढ़ती उपयोगिता के कारण साइबर ठगी के मामले भी बढ़ रहे है । पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यूजर्स की नासमझी व लापरवाही के कारण लोग अक्सर साइबर ठगों के जाल में फंसकर अपनी जिंदगी भर की जमा पूंजी गंवा बैठते हैं । पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने कहा कि साइबर अपराधी अब लोगों को ठगने के लिए डिजिटल अरेस्ट को अपना हथियार बना रहे है । पुलिस अधीक्षक ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट वॉट्सऐप कॉल पर की जाने वाली ब्लैकमेलिंग है, जिसमें पुलिस की वर्दी पहनकर या सरकारी विभाग का अधिकारी जैसा बैकग्राउंड तैयार कर साइबर ठग लोगों को इमोशनली और मेंटली टॉर्चर करते हैं । साइबर ठग लोगों को वॉट्सएप के जरिए यकीन दिलाते हैं, कि उनके या उनके किसी रिश्तेदार के साथ कुछ बुरा हो चुका है या होने वाला है । चूंकि सामने बैठा शख्स पुलिस की वर्दी में होता है तो अधिकांश लोग डर जाते हैं। इसके बाद उनके जाल में फंसते चले जाते हैं। डिजिटल अरेस्ट में साइबर ठगों का सबसे बड़ा हथियार वॉट्सऐप है। वॉट्सऐप वीडियो कॉल के जरिए ही वह लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। इसलिए सबसे पहले अपने वॉट्सऐप की सेटिंग्स में कुछ बदलाव करें, जिससे अगर कोई अनजान नंबर से कॉल आए तो आपके पास सिर्फ नोटिफिकेशन पहुंचे। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने कहा कि घर में रहने वालीं महिलाएं डिजिटल अरेस्ट की चपेट में ज्यादा आ रही हैं,क्योकिं स्कैमर्स महिलाओं को जल्दी अपने जाल में फसा कहते है कि आपका बेटा -बेटी या आपके पति को किसी फ्रॉड में अरेस्ट कर लिया गया है, और उन्हें छोड़ने की एवज में पैसों की डिमांड करते है,या बैंक से संबंधित अकाउंट डिटेल मांग लेते है । महिलाए डर की वजह से पैसे भेज देती है या फिर बैंक से संबंधित डिटेल सांझा कर देती है । इस तरह से साइबर फ्रॉड करने वाले अपने मंसूबो में कामयाब हो जाते है । पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने कहा कि बिना वेरिफिकेशन किए किसी भी संदिग्ध/अज्ञात व्यक्ति को अपना या अपने घर के किसी अन्य सदस्य बैंक डिटेल सांझा नही करनी चाहिए और न ही किसी अनजान व्यक्ति को अपनी बैंक संबंधित जानकारी सांझा करनी चाहिए । पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने कहा कि साइबर फ्रॉड से बचने के लिए सावधानी व सतर्कता ही बेहतर उपाय है ।

साइबर फ्रॉड से बचने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें ।

1. किसी भी अनजान फोन कॉल पर अपनी निजी जानकारी जैसे घर का एड्रेस, बैंक अकाउंट की डीटेल, आधार कार्ड, पैन कार्ड की जानकारी ना दें।

2. पर्सनल डेटा और किसी भी तरह के ट्रांजेक्शन एकाउंट्स पर मजबूत पासवर्ड लगाकर रखें।

3. किसी भी अनजान नंबर से कॉल आने पर अपनी जानकारी देने की बजाए, पहले सामने वाले की आइडेंटिटी वेरिफाई करें।

4. संदेह होने पर तुरंत फ़ोन काट दें और नंबर ब्लॉक कर दें।

5. साइबर क्राइम होने पर इसकी शिकायत नजदीजी पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर करें।

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