- रिपोर्ट: कपिल सिंह राजपूत
बाराबंकी। समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष हाफिज अयाज अहमद ने कहा कि जनेश्वर मिश्र, जिन्हें “छोटे लोहिया” के नाम से जाना जाता है, हमेशा कहा करते थे कि जब हम किसी को अपना नेता मान लेते हैं, तो उम्र और पद का भेद समाप्त हो जाता है। हमें अपने नेता के बताए मार्ग पर चलकर पार्टी और समाज को मजबूत बनाने के लिए कार्य करते रहना चाहिए।
उन्होंने यह विचार समाजवादी पुरोधा पंडित जनेश्वर मिश्र जी की पुण्यतिथि पर आयोजित विचार गोष्ठी में व्यक्त किए। यह कार्यक्रम जिला कांग्रेस कार्यालय में आयोजित हुआ, क्योंकि समाजवादी पार्टी का कार्यालय निर्माणाधीन है।
छोटे लोहिया के संघर्ष और विचारों की मिसाल
जिला अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि जनेश्वर मिश्र संघर्षों और विचारों के प्रतीक थे। उनके विचार हमें यह सिखाते हैं कि कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी संघर्ष का मार्ग नहीं छोड़ना चाहिए। वह समाजवाद को मजबूत करने के लिए आजीवन प्रयासरत रहे।
उन्होंने आगे कहा, “आज छोटे लोहिया हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके विचार हमें गरीबों, वंचितों और शोषितों के अधिकारों के लिए लड़ने की प्रेरणा देते हैं। उनके संघर्ष और समाजवादी सोच को आगे बढ़ाना ही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”
श्रद्धांजलि और विचार गोष्ठी
कार्यक्रम की शुरुआत में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जनेश्वर मिश्र जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसमें उनके विचारों और योगदान पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने एकजुटता के साथ भाग लिया, जिससे गठबंधन की मजबूती का संदेश भी दिया गया।