बंसी लाल “ विकास पुरष “ थे – नॉर्दर्न इंडिया के अंग्रेज़ी अख़बार ट्रिब्यून से उनके खट्टे मीठे संबंध थे
गुस्ताखी माफ़ हरियाणा-पवन कुमार बंसल
हरियाणा के राजनीतिक लाल बंसी लाल, देवी लाल, भजन लाल और मनोहर लाल अपनी नौटंकियों के कारण अंतरराष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में रहे हैं। कल हमने भजन लाल का परिचय दिया था और आज बंसी लाल का परिचय दे रहे हैं। विकास पुरष के नाम से मशहूर बंसी लाल ने पूरे राज्य में सड़कें बनवाईं और बिजली कनेक्शन मुहैया कराए। उन्होंने अपने गृह नगर भिवानी के बंजर इलाकों में लिफ्ट सिंचाई प्रणाली के जरिए सिंचाई का पानी मुहैया कराया। आपातकाल के काले दिनों में देश पर कुशासन करने वाले गुट के वे मुख्य किरदार थे। आपातकाल के दौरान विपक्षी पार्टी के सभी प्रमुख नेता पीलू मोदी, देवी लाल, लालकृष्ण आडवाणी और समर गुहा को रोहतक जेल में रखा गया था। मोरारजी देसाई को तावडू गेस्ट हाउस में रखा गया था। आपातकाल के दौरान उन्हें केंद्रीय रक्षा मंत्री बनाया गया और उनके शिष्य बनारसी दास गुप्ता को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाया गया। संजय गांधी के नसबंदी अभियान को लागू करने में अति उत्साही अधिकारियों ने कुमारो की भी नसबंदी की। बंसी लाल ने संजय गांधी की गुरुग्राम में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट मारुति की स्थापना में मदद की। आपातकाल के बाद नारा था ‘नसबंदी के तीन दलाल, इंदिरा, संजय और बंसी लाल। वे 1977 में भिवानी से चंद्रावती से लोकसभा चुनाव हार गए। उन्होंने हरियाणा विकास पार्टी बनाई और भाजपा के साथ गठबंधन में सरकार बनाई, जिसे तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के आशीर्वाद से उनकी पार्टी और भाजपा के असंतुष्ट विधायकों ने गिरा दिया। तीन लोगों कि तिगड़ीमंत्री रामबिलास शर्मा, राव नरबीर सिंह और भाजपा के तत्कालीन संगठन सचिव मनोहर लाल तख्तापलट के खेल के विलन थे। शराबबंदी लागू करने का उनका फैसला उल्टा पड़ा और उन्हें इसे छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। वे एक कुशल प्रशासक थे और अधिकारियों पर उनकी पकड़ थी। आपातकाल के दौरान ट्रिब्यून के दो स्टेफ़र श्याम खोसला और एमएल काक गिरफ्तार किए गए थे। जब देवीलाल मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने बंसीलाल को गिरफ्तार करवा दिया और उन्हें हथकड़ी लगाकर भिवानी अदालत में पेश किया गया। श्याम खोसला ने बंसीलाल से पूछा कि अब वह कैसा महसूस करते हैं। हरियाणवी शैली में बंसीलाल चिल्लाए ‘खोसला मैं अब भी तुमसे नफरत करता हूं।