बदायूं: प्रशासन द्वारा मांगें पूरी करने के बाद ककराला में कांग्रेस का बेमियादी धरना 55वें दिन स्थगित
ककराला। ककराला में जनसमस्याओं के समाधान को लेकर कांग्रेस द्वारा जारी बेमियादी धरना आज प्रशासन द्वारा मांगें पूरी किए जाने पर 55वें दिन स्थगित कर दिया गया। ककराला घासबाजार में धरनास्थल पर एसडीएम सदर मोहित कुमार ने कांग्रेस के प्रदेश सचिव अजीत यादव से वार्ता की, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया।
कांग्रेस के प्रदेश सचिव अजीत यादव ने ककरालावासियों की जीत बताते हुए कहा कि यह शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक संघर्ष का परिणाम है कि प्रशासन ने जनसमस्याओं का समाधान किया। उन्होंने सत्ताधारी दल भाजपा पर जनसमस्याओं के समाधान में अड़ंगे डालने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा नेताओं को बदले की राजनीति से बाज आना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आगामी 2027 में बिना कांग्रेस के कोई सरकार उत्तर प्रदेश में नहीं बनेगी।
एसडीएम मोहित कुमार ने धरने की मांगों के समाधान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ककराला में आधार केंद्र की स्थापना की मांग पूरी कर दी गई है और 29 नवंबर से ही नगर पालिका ककराला में आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके अलावा ककराला से मुहम्मदगंज और ककराला से अलापुर की सड़कों के प्रस्ताव शासन को भेजे जा चुके हैं। बजट स्वीकृत होते ही इन सड़कों पर काम शुरू कर दिया जाएगा। ककराला सीएचसी में इमरजेंसी चिकित्सा सुविधा, डॉक्टरों की नियुक्ति और एक्सरे समेत अन्य जांचें शुरू करने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। पशु अस्पताल में डॉक्टर की नियुक्ति, महिला डिग्री कॉलेज और इंटर कॉलेज निर्माण के लिए भी प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके अलावा ककराला में पुस्तकालय और रीडिंग रूम के निर्माण के लिए नगरपालिका से बातचीत की जा रही है।
धरने की मांगों का प्रशासन द्वारा समाधान किए जाने के बाद ककरालावासियों और कांग्रेस नेताओं ने धरना स्थगित करने का निर्णय लिया। सभी ने सर्वसम्मति से कहा कि यदि प्रशासन भाजपा के दबाव में जनसमस्याओं के समाधान से पीछे हटता है, तो कांग्रेस फिर से आंदोलन शुरू कर देगी।
इससे पहले, धरने के 55वें दिन किसान कांग्रेस के तहसील उपाध्यक्ष कामिल खान ने अनशन किया था। धरना स्थगित होने पर उनका अनशन जूस पिलाकर समाप्त कराया गया। धरने पर फ़ैज़ियाब खान, अकरम खान, आबिद अली, तजम्मुल अंसारी, फ़ैज़ खान, तौहीद आलम, कामिल खान, लबीब खान, फितरत खान, नुरुल हसन, लाल मुहम्मद अंसारी समेत बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।