बदायूँ: जनपद में चलाया गया बाल श्रम उन्मूलन अभियान

बदायूँ: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, नई दिल्ली के निर्देशानुसार अभियान 2.0 के अंतर्गत जनपद बदायूँ में बाल श्रम उन्मूलन अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत दातागंज तिराहा, नवादा, बिनाबर बाजार एवं ग्राम बिलहत में बाल श्रम एवं भिक्षावृत्ति में संलग्न बच्चों की पहचान के लिए विशेष अभियान संचालित किया गया।

ईंट भट्ठे पर कार्यरत 2 बाल श्रमिकों की पहचान
आईजीआरएस पोर्टल से प्राप्त शिकायतों के आधार पर मै. हिंदुस्तान ईंट उद्योग पर छापेमारी की गई, जहां 2 बाल श्रमिक कार्यरत पाए गए। इस अभियान के दौरान कुल 08 बाल श्रमिकों की पहचान की गई।

अधिकारियों द्वारा सेवायोजकों (नियोक्ताओं) को मौके पर ही नोटिस जारी कर बाल श्रम निषेध कानूनों के प्रति जागरूक किया गया।

बाल श्रम कराने पर होगी कड़ी कार्रवाई
श्रम विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि बाल श्रम में लिप्त पाए जाने वाले नियोक्ताओं पर ₹50,000 तक का जुर्माना और 2 साल तक की सजा हो सकती है।

भिक्षावृत्ति पर कड़ी नजर, नहीं मिला कोई बच्चा संलिप्त
“ऑपरेशन बचपन” के तहत बदायूँ में भिक्षावृत्ति रोकथाम के लिए भी अभियान चलाया गया। इस दौरान कोई भी बच्चा भिक्षावृत्ति में संलिप्त नहीं पाया गया, जिससे प्रशासन की सतर्कता का प्रमाण मिलता है।

अभियान में शामिल अधिकारी
इस अभियान का नेतृत्व श्रम प्रवर्तन अधिकारी, श्री सत्येंद्र कुमार मिश्र ने किया। अभियान में शामिल अधिकारियों में—

विचित्र कुमार सक्सेना (वरिष्ठ सहायक, श्रम विभाग)
गोपू दास (श्रम विभाग)
मान बहादुर सिंह (थाना अध्यक्ष, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट)
उप निरीक्षक उपदेश कुमार
कॉन्स्टेबल रवि रघुवंशी
प्रशासन की सख्ती से उम्मीद
बाल श्रम एवं भिक्षावृत्ति के खिलाफ चलाए जा रहे इस अभियान से उम्मीद है कि बच्चों के अधिकारों की रक्षा होगी और उन्हें शिक्षा एवं उज्ज्वल भविष्य का अवसर मिलेगा। प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि वे बाल श्रम और भिक्षावृत्ति की घटनाओं की सूचना तुरंत संबंधित विभाग को दें।

सहायक श्रमायुक्त, बदायूँ

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