बदायूं, 26 अक्टूबर: भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिलाध्यक्ष रामाशंकर शंखधार और मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना के नेतृत्व में किसानों की समस्याओं को लेकर तीन सूत्रीय ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम संबोधित करते हुए एडीएम प्रशासन को सौंपा गया। जिलाध्यक्ष रामाशंकर शंखधार ने कहा कि बदायूं के किसान बढ़ते कर्ज से कैसे उबरें, जब शिवालिक जैसी फसलों को खत्म करने के लिए चीनी सिंथेटिक दाना मंगाकर केंद्र सरकार उनके हितों को नुकसान पहुंचा रही है।
शंखधार ने बताया कि 2014 में शिवालिक फसल से किसानों को ₹2000 प्रति किलो की दर पर लाभ हो रहा था और मजदूरी दर भी किफायती थी, परंतु अब मजदूरी ₹400 प्रति व्यक्ति पहुंच चुकी है और शिवालिक का तेल ₹1000 से भी कम में बिक रहा है, जिससे लागत भी नहीं निकल पा रही है। मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने कहा कि विदेशी पाम ऑयल मंगाकर सरसों को सस्ता कर दिया गया, जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि देश के किसानों को खत्म करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं और सरकार के इस रवैये के खिलाफ 21 नवंबर को बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर जिलाप्रचार मंत्री राशिद अब्बासी, जिला प्रमुख महासचिव नरेंद्र कुमार सक्सेना, बाबा गरीबदास, हरचरण लाल वर्मा, पप्पू सैफी, बृजपाल प्रजापति, और सदर तहसील अध्यक्ष अर्जुन सिंह समेत कई अन्य लोग शामिल रहे।