रामपुर। दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में सात-सात साल की सजा काट रहे समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को रामपुर जेल से शिफ्ट कर दिया गया है। उनकी शिफ्टिंग के आदेश प्रशासन को शनिवार को मिल गए थे। रविवार सुबह दोनों को जेल से जिला अस्पताल ले जाया गया।
आज़म खान और अब्दुल्ला आज़म को आधी रात के बाद से ही जेल से ट्रांसफर करने की तैयारी पूरी कर ली गई थी और सुबह 5 बजे दोनों को अलग अलग काफिलों से रामपुर जेल से बहार निकाला गया।
आज़म खान ने जेल से बाहर जाते समय मीडिया से कहा कि हमारा एनकाउंटर भी हो सकता है। कुछ भी हो सकता है।
बता दें कि आज़म खान और अब्दुल्ला आज़म अलग अलग जेलों में रखे गए है। आज़म खान सीतापुर जेल में रहेंगे। तंज़ीन फातिमा रामपुर जेल में ही रहेगी। अब्दुल्ला आज़म हरदोई जेल में रहेंगे।
पुलिस अब्दुल्ला आज़म को वर्जर वाहन में ओर आज़म खान को बुलेरो कार में लेकर गई है। आज़म खान ने कमर के दर्दे का हवाला देते हुए गाड़ी की सीट में बीच मे बैठने से मना किया है। इस दौरान आज़म खान ने बड़े बेटे से दो चादरें भी मांगी है।
अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने बताया कि शासन के आदेश पर जेल शिफ्ट किया गया है। कहा भेजा गया है ये गोपनीय है। रास्ते मे भी एलर्ट है।
दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में एमपीएलए कोर्ट ने बुधवार को सपा नेता आजम खां, उनकी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खां को सात-सात साल की सजा सुनाई थी।
कोर्ट ने तीनों पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। सजा सुनाए जाने के बाद कोर्ट ने उनको जेल भेजने के आदेश कर दिए थे, जिसके बाद पुलिस ने उनको रामपुर जेल में भेजा था।