ऐलनाबाद ,सिरसा, 18 मार्च ( एम पी भार्गव ,)
केंद्रीय कपास अनुसंधान संस्थान द्वारा गांव फग्गू में एक दिवसीय कपास मेला एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। मेले में कृषि विशेषज्ञों ने कपास की फसल में लगने वाले कीट खासकर गुलाबी सुंडी के जीवन चक्र की पहचान व नियंत्रण के बारे में किसानों को जागरूक किया।
इस दौरान मुख्य अतिथि प्रधान वैज्ञानिक (कीट विज्ञान) डा. ऋषि कुमार ने गुलाबी सुंडी के गैर ऋतु में जीवित रहने के स्त्रोतों जैसे: कपास व लकडिय़ों के ढेर के उचित प्रबंधन के बारे में जानकारी दी और आगामी फसल में गुलाबी सुंडी के प्रकोप की निगरानी और उचित कीटनाशकों का प्रयोग कर उचित प्रबंधन करने के बारे में जागरूक किया, साथ ही कपास की फसल में किसान मित्र कीटों की पहचान व उनके लाभ बारे में जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. अमरप्रीत सिंह ने कपास उत्पादन के लिए नवीनतम तकनीकों जैसे किस्म का चुनाव, बिजाई का समय, खाद एवं उर्वरक, सिंचाई व खरपतवार नियंत्रण आदि के बारे में बताया। वहीं सतपाल सिंह ने गुलाबी सुंडी के प्रकोप की पहचान के लिए काम आने वाले फेरोमोन ट्रैप के बारे में जानकारी दी।
