रामपुर: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की पंचायत में किसानों ने धान खरीद में फर्जीवाड़ा और जल जीवन मिशन में धांधली के आरोप लगाए। पंचायत में किसानों ने यह मुद्दा उठाया कि खाद्य विभाग के केंद्रों पर धान खरीद में गड़बड़ी हो रही है। पंजीकरण प्रपत्रों में गलत ब्योरा देकर राइस मिलर्स, किसानों के नाम पर धान बेच रहे हैं। फर्जीवाड़े में खाद्य विभाग के अधिकारी और केंद्र प्रभारी भी शामिल हैं। पंचायत ने मांग की कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और वास्तविक किसानों का धान खरीदा जाए।
प्रदेश महासचिव हसीब अहमद ने जल जीवन मिशन पर भी सवाल उठाए और आरोप लगाया कि विभाग के अधिकारियों और कार्यदायी संस्थाओं द्वारा इसे लेकर गंभीर लापरवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि कई गांवों में ग्रामीणों को आज भी स्वच्छ पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाया है।
इसके अलावा, उन्होंने दिल्ली आ रहे पंजाब के किसानों पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार का रवैया किसानों के प्रति विरोधी है और किसानों के अधिकारों का लगातार उल्लंघन हो रहा है।
हसीब अहमद ने चेतावनी दी कि यदि धान खरीद में हो रहे फर्जीवाड़े की जांच नहीं कराई गई, तो भाकियू (BKU)आंदोलन करेगा। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो खाद्य विभाग के दफ्तर पर बेमियादी धरना भी दिया जाएगा।
इस पंचायत में कई किसानों ने यूनियन की सदस्यता ग्रहण की। पंचायत में दरयाब सिंह यादव, राहत वली खां, मोहम्मद तालिब, सेवाराम, जुबैद आलम, छिद्दा नेता, सुब्हान अली, पप्पू खां, निरोत्तम, गुलाम मोहम्मद, मोहम्मद अकरम, बाबूराम, संजू सागर, रोहित सागर, मेहंदी हसन, भूरा, मोअज्जम, सचिन, और शादाब मौजूद थे।
इससे पहले, मोहम्मद अकरम, शादाब अली, रिजवान अली, रोहित सागर, और संजू सागर को यूनियन की सदस्यता प्रदान की गई।
किसान नेताओं ने इस पंचायत के माध्यम से किसानों के मुद्दों को जोरशोर से उठाने और संघर्ष को तेज करने का संकल्प लिया।